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नेपानगर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू शासकीय महाविद्यालय को हाल ही में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा मिला है। यह जिले का पहला ऐसा सरकारी कॉलेज होगा जहां शिक्षा लेने वाले विद्यार्थियों के लिए बस सेवा शुरू होने वाली है। इसके टेंडर भी जारी हो चु
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1 जुलाई से कॉलेज में प्रवेशोत्सव शुरू होगा जो बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाएगा। इसी सत्र से यह कॉलेज पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस बना है। खास बात यह है कि बस का दोनों तरफ का किराया महज 1 रूपए रोज रहेगा। 30 रूपए महीने में विद्यार्थी घर से कॉलेज तक सफर कर सकेंगे।
प्राचार्य डॉ. राजू सपकाले के अनुसार निजी कॉलेजों में तो विद्यार्थियों के लिए बस सेवा रहती है, लेकिन पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस नेपानगर जिले का ऐसा कॉलेज होगा जहां विद्यार्थियों के लिए बस सेवा होगी। हालांकि एडमिशन के आधार पर यह तय होगा कि बस किस रूट पर चलाई जाएगी। दो दिन में टेंडर प्रक्रिया पूरी होकर अनुबंध पूरा होने की उम्मीद है जबकि 1 जुलाई को दीक्षारंभ यानी प्रवेशोत्सव के साथ नया शैक्षणिक सत्र शुरू होगा।
तेजी से चल रहा कॉलेज को अपग्रेड करने का काम
प्राचार्य ने बताया जिले में केवल नेपानगर कॉलेज को ही पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा मिला है। यहां सुविधाएं भी बढ़ गई है। करीब 40 लाख रूपए की लागत से कॉलेज अपग्रेडेशन का काम चल रहा है। नए कोर्सेस भी चालू होंगे। पूर्व से संचालित कोर्स भी चलेंगे। अध्यापन कराने के लिए नए स्टाफ की स्वीकृति भी मिली है। इसमें 55 सहायक अध्यापक, 7 प्रयोगशाला टैक्निशियन, 7 प्रयोगशाला परिचारक, एक कम्प्यूटर ऑपरेटर होगा।
सीएम ने दिया है पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस को सुविधा
प्राचार्य के अनुसार मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने महाविद्यालय में आने जाने की समस्याओं पर गहन विचार विमर्श के बाद यह सौगात पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के विद्यार्थियों को यह नाममात्र की बस सेवा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। इसके बाद इसकी टेंडर प्रक्रिया हुई। नियमित अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को यह बस सेवा निर्धारित रूट पर उपलब्ध होगी। इससे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले विद्यार्थियों को खासा फायदा होगा।
प्राचार्य बोले- 35-40 सीटर बस के लिए टेंडर निकाले
प्राचार्य -डॉ. राजू सपकाले ने कहा शासकीय कॉलेज को पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा मिला है। बस सेवा अनुबंध के लिए टेंडर निकाला है। 29 जून टेंडर की आखिरी तारीख है। विद्यार्थी महज 1 रूपए प्रतिदिन के हिसाब से कॉलेज तक पहुंचेंगे। महीने में उन्हें केवल 30 रूपए ही नॉमिनल चार्ज लगेगा। यह जिले का पहला ऐसा सरकारी कॉलेज है जहां एक रूपए में बच्चे कॉलेज पहुंचेंगे।

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