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सीहोर जिले के बुधनी में नर्मदा नदी में बारिश से पहले 24 घंटे रेत अवैध खनन हो रहा है। सबसे खास बात यह है कि NGT की रोक के बाद भी रेत खनन में मशीनों का प्रयोग लगातार किया जा रहा है। लेकिन मामले में खनिज विभाग कार्रवाई करने की बजाय मूक दर्शक बना हुआ है।
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मध्यप्रदेश सरकार के नर्मदा नदी में अवैध खनन रोकने के बड़े-बड़े दावे बुधनी में खोखले साबित होते दिखाई दे रहे हैं। NGT की रोक और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आदेश के बाद भी अवैध खनन एवं अवैध परिवहन पर कार्रवाई नहीं हो रही है। माफिया लगातार पोकलेन मशीन से नर्मदा से रेत निकाल रहे हैं। इस ओर जिला प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, जिले के छिपानेर, सिलकंट, बाबरी, जाजना, छिंदगांव काछी, जहाजपुरा समेत कई खदानों से रेत माफियाओं ने अवैध उत्खनन कर ऊंचे-ऊंचे पहाड़ रेत के बना दिए गए हैं। यहां तक की इन रेत के पहाड़ से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
मामले में खनिज अधिकारी राजेन्द्र परमार का कहना है कि समय-समय पर कार्रवाई करते हैं, वैसे रेत के मामले में खनिज निगम ही कुछ कह सकता है।

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