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कौशलेन्द्र विक्रम सिंह
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
भोपाल के खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र दुबे की शिकायत विभाग में लगातार की जा रही थी। दुबे पर लगातार आरोप लग रहे थे कि वे दुकानदारों से अड़ीबाजी कर अवैध वसूली करते हैं। दुबे की शिकायत विभाग के अलावा मुख्य सचिव वीरा राणा से भी की गई थी, जिसके बाद संयुक्त खाद्य नियंत्रक ने भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को पत्र लिख कर मामले की जांच कर सात दिन के भीतर रिपोर्ट सबमिट करें।
फूड अधिकारी देवेन्द्र दुबे द्वारा भोपाल पदस्थापना के बाद निरंतर गिरोह बनाकर वसूली की जा रही है। दुकानदारों पर लगातार कार्रवाई कर अवैध वसूली को अंजाम दिया जा रहा है। जहां से लाखों प्रतिमाह की वसूली की जाती है, वहां कार्रवाई नहीं की जाती है। कुछ उदाहरण राजश्री घटिया आटा, मनोहर डेरी, शराब की दुकान, पान मसाला, आइस्क्रीम और केक पेस्ट्री जिनमें जरूरत से अनेक गुना अधिक फूड कलर का प्रयोग है, फल जो अवैध केमिकल से पकाये जा रहे हैं। भोपाल के बड़े प्रतिष्ठान, बड़ी मिठाई की दुकान, पैकिंग में बिकने वाले डेरी प्रोडेक्ट और भी अनेक प्रतिष्ठान से प्रति माह की अवैध वसूली कर संरक्षण प्रदान किया जा रहा है।
इन पर दुबे का सहयोग करने का लगाया आरोप
शिकायतकर्ता प्रदीप खण्डेलवाल ने शिकायत में लिखा है कि इस कार्य मे जगदीश विश्वकर्मा और जगदीश लोवंशी सहायक हैं। इनकी अड़ीबाजी करने का तरीका पूर्व में इनकी शिकायत नरसिंहपुर जिले में भी दर्ज हुई थी। खण्डेलवाल ने मांग की थी कि भ्रष्टाचार करने वाले भ्रष्ट अधिकारी को तत्काल हटाकर इनके कार्यकाल की जांच कर बर्खास्त किया जाए। साथ ही अवैध वसूली को संरक्षण और वसूली में साथ देने वाले अधिकारियों का निलंबन कर जांच की जाए।
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