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कहने तो तो एमवायएच में ई-हॉस्पिटल और ई-सेहत सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन काम किया जा रहा है लेकिन सोमवार को फिर भी मरीजों की मुसीबत हो गई। सर्वर डाउन होने के कारण ओपीडी में मरीजों की लंबी-लंबी कतारे लग गई। मरीज परेशान होते रहे। अस्पताल प्रशासन ने ई-
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एमवायएच में ई-हॉस्पिटल के तहत मरीजों की ऑनलाइन पर्ची काटी जाती है, लेकिन मरीजों और परिजन को फिर भी कतार में खड़ा रहना पड़ता है। इसलिए ई-सेहत लागू किया गया, ताकि उन्हें लाइन में नहीं लगना पड़े। इस सिस्टम के तहत मोबाइल के माध्यम से ही रजिस्ट्रेशन कर मरीज सीधे ओपीडी में डॉक्टर से जांच करवा सकते हैं।
यहां वॉलेंटियर भी लगाए गए हैं, ताकि मरीजों को नए सिस्टम में कोई परेशानी न हो। अफसरों का कहना है ई-सेहत नया सॉफ्टवेयर है। उसी के माध्यम से मरीजों को ओपीडी के अपॉइंटमेंट दिए जाते हैं, लेकिन मरीजों का लोड ज्यादा होने से गति धीमी रही। ई-हॉस्पिटल के माध्यम से पर्ची बनवाई गई, लेकिन उसका सर्वर भी डाउन था। आभा आईडी बनाकर काम किया जा रहा है।
- 2500 से ज्यादा मरीज हर दिन ओपीडी पहुंचते हैं
- 09 बजे सुबह से 11 बजे तक ज्यादा भीड़ रहती है ओपीडी में
नई व्यवस्था से इस तरह जुड़ सकते हैं मरीज
1. मोबाइल में आभा (एबीएचए) एप डाउनलोड करना होगा। इसके लिए अस्पताल में वॉलेंटियर भी मदद कर रहे हैं। 2. ओपीडी में जगह-जगह बार कोड लगा दिए हैं। इन्हें स्कैन कर मरीज जैसे ही अपनी डिटेल्स उसमें दर्ज करेंगे, उन्हें आईडी नंबर मिल जाएगा। 3. ओपीडी में अलग-अलग काउंटर्स बना दिए हैं, जहां आईडी नंबर बताने पर कम्प्यूटर पर डिटेल आ जाएगी। इसके साथ ही पर्चे पर प्रिंट निकल जाएगा। 4. आधार में दर्ज मरीज की जानकारी ऑटोमैटिक यह एप अपडेट कर देगा। इससे पर्ची में नाम-पते की आशंका नहीं रहेगी।
सर्वर डाउन होने से दिक्कत आई, व्यवस्था सुधारेंगे
सर्वर डाउन होने से सोमवार को थोड़ी दिक्कत आई। समस्या का निराकरण करवा रहे हैं। ऐसी व्यवस्था करेंगे कि मरीजों को परेशानी न आए।
– डॉ. संजय दीक्षित, डीन, एमजीएम मेडिकल कॉलेज
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