[ad_1]
शनिवार को ट्रेन में मिले महिला की लाश के टुकड़े की जांच में अब उज्जैन स्टेशन पर भी जांच की जा रही है। जांच इंदौर और मेघनगर की जीआरपी पुलिस कर रही है। पुलिस को शंका है की महिला गुजरात के किसी कस्बे की रहने वाली हो सकती है। और वो मजदूर वर्ग की लग रही है
.
बीते हफ्ते नागदा से इंदौर होते हुए महू जाकर वापस इंदौर आने वाली ट्रेन में ट्रॉली बैग और बोरी में एक महिला का कटा हुआ शव मिला। इन दोनों में शरीर के दो हिस्से थे, लेकिन दो हाथ और दो पैर नहीं थे। शनिवार को ही दोपहर 3.15 बजे लक्ष्मीबाई नगर से निकलकर रविवार शाम को ऋषिकेश पहुंची ट्रेन में एस-1 और एस-2 की कपलिंग के बीच चावल की बोरी में दो हाथ और दो पैर मिले। इसके बाद पुलिस ने दोनों ट्रेनों की आने-जाने की स्थिति देखी। तब पता चला कि 5 बजे से 5.30 बजे के बीच दोनों ट्रेन उज्जैन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 और 3 पर थी। संभवतः यहीं आरोपी ने एक बोरी ऋषिकेश एक्सप्रेस में रख दी। और उज्जैन स्टेशन से फरार हो गया है।
गुजरात में भी लगाए पोस्टर-
इसकी पुष्टि करने के लिए बुधवार को को भी जीआरपी इंदौर से एक दल उज्जैन पहुंचा और यहाँ स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। हालांकि अभी तक फुटेज में पुलिस के हाथ कुछ लगा नहीं है लेकिन पुलिस सीसीटीवी फुटेज अपने साथ ले गई है जिनका बारीकी से अध्ययन किया जाएगा। ख़ास बात ये भी की उज्जैन स्टेशन का रिनोवेशन का कार्य चलने की वजह से प्लेटफार्म नम्बर 2 और 3 के कैमरे भी बदले जा रहे है। इस कारण से कई जगह के फुटेज पुलिस को नहीं मिल पाए। पुलिस का मानना है की महिला गुजरात की ही रहने वाले है इसलिए गुजरात में भी पोस्टर लगाए गए है।

पुलिस ने इनाम की घोषणा की
[ad_2]
Source link

