[ad_1]
भिंड में इन दिनों गर्मी का प्रकोप जारी है। तेज धूप व गर्म हवाओं ने अब लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालना शुरू कर दिया। इन दिनों लोग अस्पताल में पेचिश, पेट दर्द की शिकायत लेकर आ रहे हैं। भिंड का अधिकतम तापमान बुधवार को 45 डिग्री रहा। वहीं रात का न्य
.
सूर्यदेव के तेवर तीखे
भिंड में गर्मी के सीजन में नौ बजे के बाद असहनीय धूप का लोगों को सामना करना पड़ा। चुभने वाली धूप लोगों को पसीना छुड़ा रही है। सुबह दस बजे तक गर्म हवाएं शांत रही। दोपहर 11 बजे के बाद गर्म हवाओं ने भी जोर पकड़ना शुरू कर दिया। इसके बाद पारा में उछाल आना शुरू कर दिया। दोपहर 12 बजे तक गर्मी पूरे शबाब पर आ चुकी थी। पारा भी42डिग्री पर छू चुका था। दोपहर 1 बजे पारे में एक डिग्री उछाल आया और दो बजे पारा 43 डिग्री के पारा हो चुका था। दोपहर तीन बजे पारा 45डिग्री सेल्सियस तक पहुंचाना मौसम विभाग की वेबसाइट पर दर्शाया गया।

जिला अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीज।
CMHO ने एडवाइजरी जारी की
भीषण गर्मी और लू ताप को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. शिवराम सिंह कुशवाह ने बताया कि ग्रीष्म ऋतु में विभिन्न संक्रामक रोग (आत्रशोध, पेचिश, दस्त, काॅलरा, पीलिया, मस्तिष्क ज्वर,) तथा महामारियों के फैलने की आशंका रहती है। स्वच्छ जल के अभाव में अधिक सावधानी अपनाने की आवश्यकता रहती है। डाॅ. कुशवाह ने अधिक जानकारी देते हुये बताया कि गर्मी में घर से बाहर निकलने से पहले गर्दन के पिछले भाग, कान व सिर को गमछे या तौलिया से ढककर ही धूप में निकले, रंगीन चश्में का इस्तेमाल करें। हमेशा सफेद एवं हल्के रंग के एवं ढीले कपड़ों का इस्तेमाल करें।
- पानी अधिक मात्रा में पिए, एवं पेय पदार्थो का अत्यधिक सेवन करें।भीड़ एवं अत्यधिक यात्रा न करें।
- यदि कोई व्यक्ति लू से पीड़ित है तो प्राथमिक उपचार निम्न तरीके से करें।
- रोगी को तुरंत छायादार जगह पर कपड़े ढीले कर लिटायें एवं हवा करें।
- ठण्डे पेय पदार्थ, जीवन रक्षक घोल, कच्चा आम का पना, प्याज का रस, अथवा जौ के आटे को भी ताप नियंत्रण हेतु मला जा सकता है।
- रोगी के शरीर का ताप कम करने के लिये यदि संभव हो तो उसे ठण्डे पानी से स्नान कराऐं।शरीर पर ठण्डे पानी की पट्टियाॅ रखकर पूरे शरीर को ढक दें। इस प्रक्रिया केा तब तक दोहराऐं जब तक की शरीर का ताप कम नहीं हो जाता है।
[ad_2]
Source link



