भोपाल। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की बहुप्रतीक्षित केन-बेतवा लिंक परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने 45 हजार करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं। केंद्र सरकार से लागत की 90 प्रतिशत राशि मिलने के बाद अब दोनों राज्य सरकारों को बकाया पांच-पांच प्रतिशत राशि देनी होगी। इसी के साथ परियोजना के मैदानी काम को शुरू करने की तैयारी भी तेज हो गई है। संभवत: जुलाई माह में परियोजना का शिलान्यास अब केंद्र की नई सरकार द्वारा किया जाएगा। इस परियोजना से दोनों ही राज्य के बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा मिलेगी। इससे किसानों की आय बढ़ेगी।
परियोजना के अंतर्गत बनने वाले दोधन बांध के लिए तकनीकी निविदा पूरी हो गई है। दोधन बांध की ऊंचाई 15 मीटर से अधिक होगी। दोधन बांध को पूरा करने में छह वर्ष लगेंगे। इससे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में साढ़े आठ लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई क्षमता का विकास होगा तो लाखों लोगों को पेयजल की सुविधा मिलेगी।
दोनों राज्यों के ये जिले होंगे लाभान्वित
मध्य प्रदेश : छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, विदिशा, सागर, शिवपुरी, दतिया और रायसेन। उत्तर प्रदेश : महोबा, बांदा, झांसी और ललितपुर।
परियोजना-एक नजर में
2.27 लाख हेक्टेयर केन-बेसिन से मध्य प्रदेश में सिंचाई
4.47 लाख हेक्टेयर बेतवा बेसिन से मप्र में सिंचाई
2.06 लाख हेक्टेयर मध्य प्रदेश के हिस्से में जाएगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नदी जोड़ो अभियान की संकल्पना को मूर्तरूप देते हुए केन-बेतवा लिंक परियोजना को स्वीकृति प्रदान की है। मध्य प्रदेश- उत्तर प्रदेश को 45 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। इस परियोजना से शूरवीरों की धरती बुंदेलखंड को सिंचाई की सुविधा मिलेगी और वहां जीवन सरल होगा।
- डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश



