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सीहोर जिले के बिलकिसगंज में हुई युवक की हत्या का पुलिस ने गुरुवार को पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस का कहना है कि वीरपुर रोड़ पर स्थित रिमझिम ढाबे पर काम करने युवक की हत्या उसके दो साथियों ने ही की थी। आरोपियों का बाबू जाटव से झाडू लगाने की बात को लेकर वि
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थाना बिलकिसगंज से उप निरीक्षक लवकुश पाण्डेय ने बताया कि वारदात के बाद पुलिस टीम ने बुधवार रात को वीरपुर रोड पर रिमझिम ढाबा पहुंचे। ढाबे पर कोई नहीं मिला, वहां पर ढाबा मालिक मुकेश परमार को बुलाकर कर्मचारियों के सबंध में पूछताछ की। यहां पता चला कि ढाबे से गोविन्द राठौर व सुवित वर्मा अपने सामान के साथ बिना बताए कहीं चले गए हैं। संदेह होने पर गोविन्द राठौर व सुवित वर्मा को गुरुवार को बिलकिसगंज जोड़ से पकड़ा। सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार किया।
सोने के बाद हथौड़े से किए कई वार
दोनों ने बताया कि उनका बाबू जाटव से सफाई करने की बात को लेकर 28 मई यानि मंगलवार को विवाद हो गया था। इस कारण मंगलवार-बुधवार रात में गुस्से में हमने बाबू जाटव को जान से मारने की योजना बनाई। हमं पता था कि बाबू जाटव ढाबे पर बने कमरे के बाहर सोता है। हम उसके सोने का इंतजार करने लगे। बाबू जाटव के सोने पर सुवित ने लोहे का एक घन (हथौड़ा) लाकर गोविन्द को दिया। गोविन्द ने घन से बाबू जाटव के सिर में कई वार किए। इससे बाबू की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद दोनों ने कपड़े बदलकर ढाबा मालिक मुकेश परमार से कहा कि बाबू जाटव को किसी ने मार दिया है। आप जल्दी ढाबे आ जाओ। उसके बाद ढाबा मालिक व उनके साथ थाना बिलकिसगंज कि पुलिस आई तो हम दोनों उनके सामने हत्या के बारे में कुछ नहीं जानने का नाटक करते रहे। पुलिस ने आरोपियो को गिरफ्तार कर गुरुवार शाम को न्यायालय में पेश किया।
अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने में उप निरीक्षक लवकुश पाण्डेय, एएसआई जगदीश धुर्वे, प्रधान आरक्षक सुरेश कुमार प्रजापति, आरक्षक प्रमोद गढपाल, आरक्षक रोहन कुशवाह, आरक्षक फैसल अहमद महिला आरक्षक पूजा थाना बिलकिसगंज का योगदान रहा।
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