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भोपाल के कलियासोत नदी किनारे बाघ का मूवमेंट देखने को मिला है। यहां बड़े के साथ छोटे पंजे के निशान भी मिले हैं। वन विभाग का अमला सर्चिंग कर रहा है। वहीं, फुटप्रिंट भी मिलाए जा रहे हैं। ताकि, पता चल सके कि छोटे बच्चे नए शावकों के तो नहीं है?
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वन विभाग के रेंजर लखनलाल इंगले ने बताया कि फुटप्रिंट किस बाघ या बाघिन के हैं, यह मिलान कर रहे हैं। वहीं, छोटे फुटप्रिंट पहले से मौजूद शावकों के है या फिर वे नए हैं, उस बारे में भी पता लगा रहे हैं। रात में मूवमेंट था, लेकिन बाद में वे चंदनपुरा जंगल की ओर चले गए। आज सुबह भी सर्चिंग की गई है। वन विभाग की टीम लगातार नजर रखे हुए हैं।

भोपाल के चंदनपुरा इलाके में बाघ के फुटप्रिंट भी मिले हैं।
बाघ मित्र बोले- टाइगर-इंसान में टकराव की स्थिति बन सकती है
बाघ मित्र राशिद नूर ने बताया कि चंदनपुरा की सड़क को बंद करना बहुत जरूरी है। यदि शावक नए हैं तो टाइगर-इंसान के बीच टकराव की स्थिति भी बन सकती है।
दो महीने से बाघ का मूवमेंट
बाघ मित्र नूर का कहना है कि 2 महीने से लगातार बाघ मूवमेंट चंदनपुरा में बना हुआ है। सुबह-शाम को यहां लोग टहलने जाते हैं। इसे रोकना भी जरूरी है। ताकि, रायसेन जैसी घटना न हो। जिला प्रशासन को भी इसे गंभीरता से लेते हुए लोगों के पैदल आने-जाने पर रोक लगाना चाहिए।
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