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90 के दशक में जिसने अपने धमाकेदार गानों से फिल्मी दुनिया में धूम मचा दी थी। ऐसी सुपरहिट गायिका पूर्णिमा श्रेष्ठ (जिनका बचपन में नाम सुषमा था) 19 मई बड़वानी में विनोद मुकाती के भजन बजरंग बली सुंदर कांड में आनाष को अपनी आवाज में रिकार्डिंग करवाने और फिल
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एनजीएम म्यूजिक व स्वर संगम के प्रतिनिधि के अनुसार पूर्णिमा श्रेष्ठ ने 10 वर्ष की उम्र में पहला फिल्मी गीत रेकार्ड किया था पापा को मम्मी से प्यार है, फिल्म अंदाज संगीत शंकर जय किशन यह गीत बहुत लोकप्रिय हुआ। इसके बाद फिल्म अंकुश का प्रसिद्ध गीत इतनी शक्ति हमे देना दाता…काफी प्रसिद्ध हुआ और देश के प्रत्येक स्कूल में बच्चों द्वारा समूह गान के रूप में गाया जाने लगा।
वहीं फिल्म आ गले लग जा का प्रसिद्ध गीत तेरा मुझसे है पहले का नाता… क्या हुआ तेरा वादा… इन दोनों गीतों के लिए लिए वर्ष 1977 में पूर्णिमा को फिल्म फेयर अवॉर्ड राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ था। इसके बाद 1990 के दशक में पूर्णिमा श्रेष्ठ के नाम से फिल्मों में अपनी आवाज दी। जिसमें प्रमुख रूप बरसात में जब आएगा सावन का महिना… बोल राधा बोल… चने के खेत में…. सोना कितना सोना है जैसे गीत लोगों की जुबां पर रहे।
भारत की सभी भाषाओं में अपनी आवाज दी
पूर्णिमा को वर्ष 2014 में हिंदी फिल्मों में योगदान के लिए उनको दादा साहेब फाल्के अवार्ड प्राप्त हुआ। उन्होंने हिंदी, मराठी, गुजराती, राजस्थानी, पंजाबी, भोजपुरी, नेपाली, बंगाली, अस्मी, तमील, तेलगू, मलयालम में अपनी आवाज दी है। पूर्णिमा श्रेष्ठ के गीतों में भारतीय संस्कृति व लोक संस्कृति को दर्शाया है साथ ही आने वाली पीढ़ी जो इन गीतों को सुनेगी।
उन्हें शांति और आनंद और सच्चे संगीत की अनून अनुभूति होगी। शहर के अनिल जोशी ने बताया कि 19 मई की शाम 6 बजे स्थानीय शहर के राजघाट रोड पर साखी रिसोर्ट में 1 घंटे का संगीत समारोह और सम्मान समारोह का आयोजन होगा।


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