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श्रीकांत शर्मा,भोपालकुछ ही क्षण पहले
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वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि (अक्षय तृतीया) से श्रीनाथ जी की दिनचर्या बदल जाएगी। उनकी मोगरे के इत्र से मालिश की जाएगी, चंदन का लेप लगाया जाएगा, तो मोगरा और गुलाब के फूलों से विशेष श्रृंगार किया जाएगा। पुष्टिमार्ग में भगवान का ताप (गर्मी) कम करने के लिए सेवा प्रणाली में बदलाव किए जाते हैं। इसी के चलते शुक्रवार से श्रीजी मंदिर में सब बदल जाएगी।

मंदिर के मुखिया श्रीकांत शर्मा ने बताया कि गर्मी के मौसम
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