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नर्मदापुरम3 मिनट पहले
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अगस्त 2022 में कुएं में गिरकर घायल हो गई थी मादा शावक।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व द्वारा रिवाइल्डिंग सेंटर में रह रही बाघिन को जंगल में छोड़ने के प्लान को आगे बढ़ा दिया है। बाघिन को बाड़े में कुछ दिन ओर रहना पड़ेगा। तकनीकी प्राब्लम के चलते बाघिन को जंगल में घूमने व इलाका बनाने के लिए कुछ दिन ओर इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल साल 2022 में छिंदवाड़ा में पेंच टाइगर रिजर्व से लगे हरदुआ गांव में 5-6 महीने की मादा शावक कुएं में गिरने से अपने परिवार से बिछड़ गई थी। गिरने से उसके पैर में भी चोट आई थी। वन विभाग की टीम ने इसका रेस्क्यू कर वन विहार भोपाल में उपचार कराया था। शावक के रुप में उसे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के रिवाइल्डिंग सेंटर में लाया गया था। दो साल से पशु चिकित्सक, मैदानी अमला, प्रबंधन की टीम इसकी देखभाल कर रही हैं। अब बाघिन स्वस्थ व व्यस्क हो चुकी है। आक्रमक स्वभाव और शिकार कर जीवन यापन में माहिर बाघिन को एसटीआर प्रबंधन खुले जंगल में छोड़ने की तैयारी कर रहा है। बाघिन जब तक जंगल में अपना इलाका नहीं बना लेगी, तब तक कॉलर आईडी से व गश्ती दल उसकी निगरानी करेंगे। बाघिन को पहले सप्ताह में छोड़ने की पूरी तैयारी थी। लेकिन कुछ तकनीकी समस्याओं के चलते बाघिन को जंगल में छोड़ने के प्लान को आगे बढ़ा दिया है। डिप्टी डॉयरेक्टर पूजा नागले ने बताया कुछ टेक्निकल इश्यू है। इसलिए कुछ दिन के लिए इसे आगे बढ़ा दिया है। संभवत दो सप्ताह ओर लग सकते है।
ड्रोन से की मॉनिटरिंग
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