[ad_1]
पन्ना3 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

बीते एक माह से पीटीआर की युवा बाघिन बराछ डोभा गांव में बार-बार पहुंच रही थी। एक बार फिर बुधवार की सुबह से यह बाघिन यहां डेरा डाले हुए थी, जिसका रेस्क्यू करने गुरुवार सुबह पीटीआर की टीम मौके पर पहुंची। 6 हाथियों के रेस्क्यू दल ने बाघिन को घेर कर ट्रेंकुलाइज करवाया। इसके बाद बाघिन को पिंजरे में बंद किया गया है। जिसे घने जंगल में सुरक्षित छोड़ा जाएगा।
बता दें कि टाइगर रिजर्व में बढ़ती बाघों की संख्या और जिले
[ad_2]
Source link

