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इंदौर6 मिनट पहले
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नगर निगम में हुआ 28 करोड़ रुपए का फर्जी बिल घोटाला इससे कहीं अधिक का होने की आशंका है। अफसरों को भी शक है कि ठेकेदारों की गैंग ऐसे कई मामलों में भुगतान करवा चुकी हो। जमीन के अंदर हुए ऐसे कामों के लिए करोड़ों रुपए का भुगतान किया जा रहा था, जिनका वेरिफिकेशन आसान नहीं है। इस गैंग ने अफसरों के फर्जी दस्तखत ही नहीं किए, उनकी कार से फाइलें तक गायब करवाई हैं। यहां तक कि विभागीय आईडी और पासवर्ड का भी इस्तेमाल किया गया। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद निगमायुक्त शिवम वर्मा ने मंगलवार को पांचों फर्म के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी।
निगम में लंबे समय से लीगेसी फंड से भुगतान की व्यवस्था है।
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