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सागर12 मिनट पहले
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सागर के बालाजी मंदिर परिसर में हुआ होलिका दहन। बड़ी संख्या में भक्त हुए शामिल।
फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर रविवार को भद्रा की समाप्ति पर रात 10.30 बजे के बाद शहर में अलग-अलग स्थानों पर होलिका दहन किया गया। बुराई पर भक्ति की विजय के प्रतीक पर्व के रूप में शहर के प्रमुख चौराहों, कॉलोनियों और गली-मोहल्लों में चौघणिया के शुभ मुहूर्त में होलिका दहन हुआ। जिसमें मुख्य रूप से बड़ा बाजार गांधी चौक, इतवारा बाजार स्थित सरस्वती मंदिर, दत्त मंदिर, काकागंज हनुमान मंदिर, मोतीनगर चौराहा, भीतर बाजार, सदर, गोपालगंज, सिविल लाइन, तिली, मकरोनिया स्थित राम दरबार समेत अनेक स्थानों पर होली समितियों द्वारा होलिका दहन किया गया। इस बार अधिकांश स्थानों पर लकड़ी और कंडे से बनी होलिका का दहन किया गया। होलिका दहन के साथ ही रात से ही अबीर-गुलाल उड़ना शुरू हो गया। लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाई और मिठाई खिलाकर रंगों के पर्व होली की बधाइयां दी।
पर्यावरण संरक्षण के तहत गौ-काष्ठ से होली जलाई
तिली हॉस्पिटल के सामने बालक कॉप्लेक्स में पहल विकास समिति के तत्वावधान में पर्यावरण व पेड़ों को संरक्षित करने के लिए गाय के गोबर से बनी गौ काष्ठ से होलिका दहन किया गया। जिसमें दयोदय गौ शाला अध्यक्ष वीरेंद्र जैन मालथौन ने होलिका दहन समिति के आर्यन नामदेव, आराध्य वैद्य, ओम अग्रवाल व आयुष राठौर को उनके इस प्रयास के लिए प्रोत्साहित कर विशेष सहयोग दिया गया।

बड़ा बाजार श्रीराम चौक पर श्रीदेव धनेश्वर शिवालय भक्त मंडल द्वारा होलिका दहन किया गया।
सतरंगी रंगों की रंगोली पर होलिका का दहन हुआ भीतर बाजार
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