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मृतक छात्रा के परिजन
– फोटो : अमर उजाला
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आदिवासी कन्या छात्रावास छिंदवाड़ा में संदिग्ध परिस्थितियों में एक 14 साल की छात्रा का शव फंदे पर लटका मिला था। मृतक छात्रा का नाम अनामिका धुर्वे था, जो मैनिखापा की रहने वाली थी। इस छात्रा की मौत को लेकर प्रथम दृष्टया यह कहा जा रहा था कि उसने फंदा लगाकर आत्महत्या किया है। लेकिन उसके परिजनों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी बेटी की मौत पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की मौत आत्महत्या करने से नहीं हुई, बल्कि उसकी हत्या की गई है। लड़की के पिता सहसराम धुर्वे ने कलेक्टर के नाम की शिकायत में बताया कि उनकी बेटी पढ़ाई में होनहार थी और वह ऐसा कदम नहीं उठा सकती, जरूर उसके साथ कुछ गलत हुआ होगा। वहीं, उन्होंने छात्रावास प्रबंधन पर जानकारी न देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि छात्रावास के अधिकारी के द्वारा कोई भी जानकारी नहीं दी जा रही है कि उनकी बेटी की मौत किस तरह से हुई।
गौरतलब है कि इस मामले में आदिवासी विभाग भोपाल के द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए छिंदवाड़ा के सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम और छात्रावास अधीक्षक का तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। ऐसे में एक जांच टीम भी छिंदवाड़ा पहुंची थी, जो जांच करके चली गई है। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिरकार मौत का क्या कारण था, जिसको लेकर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं।
छिंदवाड़ा छात्रावास में हुई मौत के मामले में एक विशेष जांच टीम छिंदवाड़ा आई थी, जिसमें जांच अधिकारी सुधांशु वर्मा थे। इस सारे मामले में जब हमने जांच अधिकारी, सुधांशु वर्मा ने फोन नहीं उठाया।
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