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जबलपुर3 मिनट पहले
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मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर का आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कुंडम जहां की आदिवासी महिलाएं आज प्रदेश भर में मिसाल बनी हुई हैं। कभी चंद रुपए के लिए मोहताज रहने वाली यहां कि सैकड़ों आदिवासी महिलाएं न सिर्फ अपने पैरों पर खड़े होकर पोल्ट्री का व्यवसाय कर रही हैं, बल्कि अपने प्रोडक्ट की ब्रांडिंग भी कर रही है। यहां की की मुर्गियां ना सिर्फ जबलपुर बल्कि आसपास के जिलों में भी सप्लाई की जा रही है। महिलाएं का यह व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है। जिसे आसपास के क्षेत्रों की महिलाएं भी देखते हुए अपना रही हैं। करीब दो साल पहले एक समूह से आदिवासी महिलाओं का पोल्ट्री बिजनेस शुरू हुआ था, जो कि आज बढ़कर 10 समूह का हो गया है। एक समूह में 10 से 12 महिलाएं होती है।






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