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इंदौर2 मिनट पहले
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मेरी आंखें मेरे कान है और मेरे हाथ मेरी वाणी। तुम जो समझ सकते हो, वह मैं भी समझ सकता हूं, मैं आपसे बात कर सकता हूं। मैं जो हूं उसमें बहुत खुश हूं। मूक -बधिर बच्चों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में छात्रों को जागृत करने के उद्देश्य से बुधवार को इंदौर में स्थित मूक-बधिर अकादमी गुमाश्तानगर के स्टूडेंट्स के लिए नगर भ्रमण का आयोजन किया गया। इसमें स्कूल के सेवा क्लब की कक्षा नौवीं के 57 स्टूडेंट्स और 4 शिक्षक शामिल हुए।
इस विजिट के दौरान स्टूडेंट्स को सांकेतिक भाषा का ज्ञान देने
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