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हरेराम वाजपेयी.इंदौर2 मिनट पहले
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2 जनवरी 1905 को अलीगढ के एक छोटे से गांव में पैदा हुए, दो वर्ष की आयु में माता-पिता को खो चुके बालक का नाम आनंदीलाल था, जो हिन्दी साहित्य कथा क्षेत्र में जैनेंद्र कुमार के नाम से विख्यात हुआ। श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति, इंदौर द्वारा 42वीं कालजयी साहित्यकार स्मरण श्रृंखला में कथाकार जैनेंद्र के साहित्यिक कृतित्व और व्यक्तित्व पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
संचालन करते हुए साहित्य मंत्री डॉ. पद्मा सिंह ने कहा कि
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