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कोहरे की आगोश में चौक।
– फोटो : Amar Ujala Digital
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दमोह में रविवार को साल के आखरी दिन भी सुबह से घना कोहरा छाया हुआ है। चारों ओर केवल धुंध ही धुंध दिखाई दे रही है। सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकलने वाले लोगों ने इस कोहरे का आनंद लिया और विडीयो बनाते हुए कहा कि आज का नजारा कुछ इस तरह से है, जैसे हम स्विजरलैंड की सैर कर रहे हों और हंसते हुए 2023 को विदा किया।
जबलपुर नाका पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा के चारों ओर कोहरे के चलते प्रतिमा भी नहीं दिखाई दे रही थी। आलम यह था कि 25 मीटर दूर का व्यक्ति भी नहीं दिखाई दे रहा है। सुबह से लोग अलाव सेकते हुए दिखाई दिए। कई लोगों का कहना है कि आज तक उन्होंने ऐसा कोहरा इसके पहले कभी नहीं देखा, क्योंकि जहां तक नजर जा रही है, वहां कोहरा ही कोहरा दिखाई दे रहा है।
पिछले 10 दिनों से यह कोहरे का क्रम लगातार जारी है। मौसम वैज्ञानिक भी कह रहे हैं कि आने वाले तीन से चार दिनों तक मौसम इसी प्रकार का बना रहेगा। नए साल का जश्न भी कोहरे के बीच ही मनाया जाएगा। इस समय बहुत ही कड़ाके कि ठंड हो रही है और दोपहर 12 बजे तक शहर में कोहरा रहता है। वहीं तापमान में भी लगातार गिरावट दर्ज होती जा रही है। अधिकतम तापमान में सात डिग्री तक की गिरावट आई है और न्यूनतम तापमान भी 9 डिग्री तक पहुंच गया है। आने वाले दिनों में लोगों को इसी प्रकार कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा।
घने कोहरे वाहन चालकों को किया परेशाान
उमरिया में भी साल के आखिरी दिन की शुरुआत घने कोहरे और शीतलहर की चपेट में हुई है। सुबह के नौ बजे तक नगर की गलियों में घना कोहरा छाया रहा। सड़कों में आवागमन करने वाले लोगों को भी कोहरे के कारण विजीवल्टी कम होने से मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कोहरे और शीतलहर के कारण तापमान में गिरावट हुई है और ठंड का प्रकोप भी बढ़ गया है।
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