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मधुलिका सोनकिया,भोपाल6 मिनट पहले
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कवि और रचनाकार कभी संतुष्ट नहीं होते, रचनात्मकता एक अंतहीन खेल है। यह बात हिंदी के प्रख्यात कवि राजेश जोशी ने कही। वे बुधवार को पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 में आयोजित काव्य सृजन में विद्यार्थियों से बात कर रहे थे। जोशी ने विद्यार्थियों के सवालों के जवाब दिए और उन्हें कविताएं लिखने के शैली सिखाई। इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यालय के विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रम के कवि से रूबरू हुए।

कवि राजेश जोशी से ऑटोग्राफ लेते स्कूल के बच्चे।
विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए आज का दिन कुछ खास रहा।
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