वाह भाई वाह,बहुतखूब। मध्यप्रदेश में बदलाव की बयार लाने का दम भरने वाली कांग्रेस ने क्या कमाल किया है?उधर उत्तर प्रदेश की पुलिस जिस झांसी के चरण सिंह यादव को गैंगस्टर घोषित करती है, उसे निष्ठावान समर्पित कार्यकर्ताओं की घोर उपेक्षा कर कांग्रेस मध्यप्रदेश विधान सभा चुनाव में छतरपुर जिले की बिजावर सीट से उम्मीदवार बना देती है। कांग्रेस के इस बेशर्म आचरण को क्या कहा जाये?जो शायद उत्तर प्रदेश के नामी अपराधी प्रवृत्ति के लोगों की दम पर सत्ता में बदलाव लाना चाहती है।
अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए चरण सिंह यादव कई दलों से चुनाव लड़ता आया है। उसकी किसी एक दल के प्रति कोई निष्ठा नहीं रही। जहाँ मतलब सधा, उसी दल में शामिल। उसने पहले सपा, फिर बसपा और अब कांग्रेस तक का सफर तय किया है। झांसी के मोंठ विकास खंड के ब्लाक प्रमुख रहे इस शख्स के खिलाफ अपराधों की अच्छी खासी फेहरिस्त है। इसको विगत माह इसी साल ही गैंगस्टर घोषित किया गया है। इसकी और इसकी पत्नी अनुपमा यादव की दस करोड़ से अधिक की गैंगस्टर एक्ट के तहत सम्पत्ति कुर्क की जा चुकी है। इसके खिलाफ हाल ही में धोखाधड़ी (420) का एक मामला भी पंजीबद्ध किया गया है। साल 2021 में किन्हीं दस्तावेजों के आधार पर कई स्थानों से नाम जुड़वाने में लगे इस आदमी पर उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग के आदेश के बाद बबीना थाने में अपराध दर्ज किया गया था, जिसके बाद इसे गिरफ्तार भी किया गया था।
इस चरण सिंह यादव के खिलाफ उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में सोलह से अधिक मामले दर्ज हैं। इस पर पहला केस यूपी के मोंठ में कायम हुआ था। इसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, गैंगस्टर एक्ट, डकैती, घर में घुसकर मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा, एससीएसटी एक्ट, पीसीआर एक्ट, लोकप्रतिनिधित्व और गुण्डा एक्ट जैसी संगीन धाराओं के अपराध पंजीबद्ध हैं। सुना गया है कि इसे एनएसए एक्ट के तहत सजा भी हो चुकी है और बाकी मामले अदालतों में विचाराधीन हैं।
पता चला है कि यह रेत के अवैध कारोबार से भी जुड़ा हुआ है। इस अवैध रेत उत्खनन के एक मामले में छतरपुर जिले की लवकुशनगर एसडीएम कोर्ट में अवैध उत्खनन और रायल्टी चोरी का कई करोड़ का केस भी चल चुका है। छतरपुर जिले के भगवां थाने में भी इसके खिलाफ अ.क्र.448/20 धारा 148,353,186,294,506और 216 भादवि के तहत पंजीबद्ध हुआ था। जिस पर पुलिस ने इसे फरार घोषित करते हुए दस हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था।
ऐसे हरफन मौला और अपराधी प्रवृत्ति के सरकश चरण सिंह यादव को कांग्रेस ने बिजावर से विधान सभा प्रत्याशी घोषित किया है। जिस पर अभी आचार संहिता के उल्लंघन का ताजा मामला शाहगढ़ थाने में दर्ज हुआ है। इसको टिकट दिए जाने से कांग्रेस के अन्य जनाधार वाले क्षेत्रीय नेताओं और आम कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश व्याप्त है। पर कमलनाथ तो ऐसी प्रतिभाओं के सहारे ही मध्यप्रदेश में बदलाव लाने उतारू हैं। जिसे अत्यंत शर्मनाक ही कहा जायेगा।