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सीहोरएक घंटा पहले
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सीहोर जिले में पहले मानसून ब्रेक की स्थिति और फिर बीते गुरुवार शुक्रवार की रात को अचानक हुई भारी बारिश से सोयाबीन की फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है।
कृषि विभाग के अनुसार आरंभिक आकलन में जानकारी सामने आ रही है कि लगभग 30% सोयाबीन की फसल खराब हो गई है। वहीं किसानों को बर्बाद फसल के लिए मुआवजा या राहत राशि मिल सके इसके लिए अभी तक राजस्व विभाग ने आदेश जारी नहीं की है।
जानकारी के अनुसार खरीफ सीजन की प्रमुख फसल सोयाबीन पर विगत एक माह से लगातार संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पहले समय पर बारिश न होने के कारण सोयाबीन की फसलों पर प्रभाव पड़ता दिखा और फसल सूखने की स्थिति में आ गई, कई जगह आफलन की स्थिति रही तो कई जगह पौधे झुलस गए।
वहीं अब गुरुवार-शुक्रवार की रात को अचानक हुई भारी बारिश से खेतों में पानी भर गया और सोयाबीन की फसल खराब होने की स्थिति में आ गई। बताया गया है कि कृषि विभाग ने फसलों के खराब होने को लेकर पूरे जिले में जानकारी की है और उप संचालक कृषि केके पांडे ने बताया है कि आरंभिक तौर पर मिली सूचनाओं के आधार पर कहा जा सकता है कि 30% फसल खराब हो गई है ।
बताया जा रहा है कि फसलों की खराब हालत देखकर किसान निश्चित तौर पर चिंतित हो गए होंगे, वहीं खराब फसलों का सर्वे करने के लिए अभी तक राजस्व विभाग ने आदेश जारी नहीं किए हैं।
अनुविभागीय अधिकारी सीहोर नितिन टाले ने बताया कि अभी सर्वे के आगे जारी नहीं हुए हैं , लेकिन तहसीलदार को कहा गया है कि बारिश से फसलों और मकान को कितना नुकसान हुआ है इसकी जानकारी एकत्र करें।

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