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भोपाल5 मिनट पहले
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जिन पथ विक्रेताओं द्वारा ₹50 हजार का ऋण लेने के बाद बैंक को लौटाया है, उन्हें ₹1 लाख तक का ऋण भी दिया जाएगा। मैंने ये निर्देश दिए हैं कि अब कहीं भी तहबाजारी वसूल नहीं की जाएगी। गांव और शहर में सड़क पर सामान बेचने वालों के पहचान पत्र बनाए जाएंगे। अलग-अलग जगह चिन्हिंत कर हॉकर्स कॉर्नर बनाए जाएंगे। पथ विक्रेता कल्याण बोर्ड का गठन होगा।

लाल परेड मैदान में पथ विक्रेताओं के स्टााल पर पहुंचे सीएम शिवराज।
शनिवार को राजधानी के लाल परेड मैदान में आयोजित ‘पथ विक्रेता महासम्मेलन’ में सीएम चौहान ने ये घोषणा की। उन्होंने पथ विक्रेताओं के स्टॉल्स का अवलोकन कर विविध व्यंजनों का स्वाद लिया एवं उनसे संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम स्व-निधि और मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना इसलिए बनाई गई है ताकि पथ विक्रेता भाई-बहन आर्थिक रुप से सशक्त हो सकें। सीएम चौहान ने कहा कि हमने तय किया कि जिस परिवार के पास रहने की जमीन नहीं है, तो उनको पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाएंगे। इसके लिए हमने मुख्यमंत्री आवासीय भू अधिकार योजना चलाई है और गांव में पट्टे वितरित होना शुरू हो गए हैं। इस दौरान भोपाल की पथ विक्रेता प्रियंका जोशी ने बताया कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत पहले ₹10 हजार का लोन लिया फिर उसे भरकर ₹20 हजार का लोन लिया, उसके बाद अब ₹50 हजार का लोन मिला है, इससे मैं अपने व्यवसाय को अच्छे से आगे बढ़ा रही हूं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 60 हजार हितग्राहियों को 95 करोड़ का ऋण वितरण किया। इस मौके पर बताया गया कि पीएम स्व निधि और मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना में अब तक 12 लाख 33 हजार पथ विक्रेताओं को 1574 करोड़ से अधिक की ऋण राशि दिलाई गई है।
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