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रतलाम17 मिनट पहले
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रतलाम जिले में बीते दिनों हुई भारी बारिश की वजह से कई ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में पानी भर गया और सोयाबीन की फसल खेतों में ही अंकुरित होने लगी है। वहीं, नदी और नाले के किनारे स्थित खेतों में बाढ़ का पानी फिरने से फासले पूरी तरह चौपट भी हो गई है। मौसम खुलने के बाद कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ खेतों का निरीक्षण करने पहुंचे रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ने बारिश से नष्ट हुई फसलों और नुकसान का तुरंत सर्वे करने की मांग प्रशासन से की है। राजस्व और कृषि विभाग के अधिकारियों को विधायक ने ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर फसल में हुए नुकसान का सर्वे तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए हैं ।
दरअसल बीते शनिवार और रविवार के दिन हुई भारी बारिश की वजह से खेतों में पानी भर गया और नदी-नालों में बाढ़ का पानी आसपास के खेतों में खड़ी फसल पर फिर गया। खेतों में जल जमाव के कारण सोयाबीन की खड़ी फसल में दाने अंकुरित होने लगे हैं। वहीं, मक्का की फसल में भी भारी बारिश की वजह से नुकसान पहुंचा है। ग्राम पंचायत पीपलखुंटा अंतर्गत खारी गांव में नाले के पानी से बर्बाद हुई फसलों के हाल जानने के लिए विधायक दिलीप मकवाना मौके पर पहुंचे और खेतों में जाकर खराब हुई फसल की स्थिति का जायजा लिया। विधायक द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि राजस्व, कृषि विभाग और पंचायत सचिव की संयुक्त टीम गठित कर खारी, छत्री सहित पूरे विधानसभा क्षेत्र में बारिश से नुकसानी का सर्वे किया जाए। हालांकि बारिश से हुए नुकसान का जमीनी सर्वे करने के लिए राजस्व विभाग के पटवारी वर्तमान में निश्चित कालीन हड़ताल पर चल रहे हैं। एसे में फसलों के नुकसान का समय पर सर्वे होने पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
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