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इंंदौर32 मिनट पहले
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लगातार कई सालों से गुटखा खा रहा एक युवक ओरल सबम्युकस फाइब्रोसिस नामक बीमारी का शिकार हो गया। इससे उसका मुंह ठीक से खुल नहीं पाता था। एक प्राइवेट अस्पताल में हुई तीन घंटे की सर्जरी के बाद उसका मुंह फिर से सामान्य की तरह खुलने लगा।
मामला हाटपीपल्या निवासी युवक का है। उसे गुटखा खाने की लत के कारण ओरल सबम्युकस फाइब्रोसिस हो गई थी। इस बीमारी में मुंह का खुलना बहुत कम हो जाता है। ऐेसे में मुंह नहीं खुलने से दांतों की सफाई नहीं हो पाती है। यह मुंह के कैंसर का पहला लक्षण है। इससे पेट का कैंसर एवं हार्ट की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। युवक के परिजन भी उसके लगातार गुटखा खाने की आदत से परेशान थे। वह खाने-पीने के साथ ठीक से बोल भी नहीं पाता था। परिजन ने उसे तीन-चार स्पेशलिस्ट को दिखाया लेकिन आराम नहीं मिला। युवक का मुंह सिर्फ 18 एमएममए तक ही खुल पाता था। इस पर उसे एक प्राइवेट हॉस्पिटल में दिखाया। इसके बाद इंडेक्स डेंटल कॉलेज में युवक का ऑपरेशन किया गया।
तीन घंटे की सर्जरी के बाद मरीज का मुंह अब 46 एमएमएस तक खुल रहा है और वह अब आसानी से खाना खाने के साथ बोल भी रहा है। इस ऑपरेशन में डेंटल सर्जन के साथ एनेस्थीसिया टीम के डाॅ. दीपक पंडित भी शामिल थे। ग्रुप के चेयरमेन सुरेशसिंह भदौरिया, वाइस चेयरमेन सुरेशसिंह भदौरिया, डीन डॉ. जीएस पटेल, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. स्वाति प्रशांत ने टीम की सराहना की है। आईआईडीएस के डीन डॉ. सतीश करंदीकर ने बताया कि आजकल युवाओं को नशे से दूर रखने की सभी संगठनों द्वारा विशेष मुहिम चलाई जा रही है।
लगातार कई सालों से गुटखा खा रहा एक युवक ओरल सबम्युकस फाइब्रोसिस नामक बीमारी का शिकार हो गया। इससे उसका मुंह ठीक से खुल नहीं पाता था। एक प्राइवेट अस्पताल में हुई तीन घंटे की सर्जरी के बाद उसका मुंह फिर से सामान्य की तरह खुलने लगा।
मामला हाटपीपल्या निवासी युवक का है। उसे गुटखा खाने की लत के कारण ओरल सबम्युकस फाइब्रोसिस हो गई थी। इस बीमारी में मुंह का खुलना बहुत कम हो जाता है। ऐेसे में मुंह नहीं खुलने से दांतों की सफाई नहीं हो पाती है। यह मुंह के कैंसर का पहला लक्षण है। इससे पेट का कैंसर एवं हार्ट की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। युवक के परिजन भी उसके लगातार गुटखा खाने की आदत से परेशान थे। वह खाने-पीने के साथ ठीक से बोल भी नहीं पाता था। परिजन ने उसे तीन-चार स्पेशलिस्ट को दिखाया लेकिन आराम नहीं मिला। युवक का मुंह सिर्फ 18 एमएममए तक ही खुल पाता था। इस पर उसे एक प्राइवेट हॉस्पिटल में दिखाया। इसके बाद इंडेक्स डेंटल कॉलेज में युवक का ऑपरेशन किया गया।
तीन घंटे की सर्जरी के बाद मरीज का मुंह अब 46 एमएमएस तक खुल रहा है और वह अब आसानी से खाना खाने के साथ बोल भी रहा है। इस ऑपरेशन में डेंटल सर्जन के साथ एनेस्थीसिया टीम के डाॅ. दीपक पंडित भी शामिल थे। ग्रुप के चेयरमेन सुरेशसिंह भदौरिया, वाइस चेयरमेन सुरेशसिंह भदौरिया, डीन डॉ. जीएस पटेल, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. स्वाति प्रशांत ने टीम की सराहना की है। आईआईडीएस के डीन डॉ. सतीश करंदीकर ने बताया कि आजकल युवाओं को नशे से दूर रखने की सभी संगठनों द्वारा विशेष मुहिम चलाई जा रही है।
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