[ad_1]
भोपाल17 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल रिसर्च सेंटर में एमएचआरसी में शुक्रवार को विश्व फिजियोथैरेपी दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान बीएमएचआरसी की प्रभारी निदेशक डॉ मनीषा श्रीवास्तव ने कहा कि बीएमएचआरसी में अगले वर्ष से बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (बीपीटी) शुरू होगा व इसके बाद मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी (एमपीटी) कोर्स शुरू किया जाएगा। साथ ही बीएमएचआरसी के फिजियोथेरेपी विभाग में एक एक्सरसाइज थेरेपी यूनिट शुरू की जाएगी, जबकि गिन्नौरी स्थित स्वास्थ्य केंद्र में श्वास संबंधी मरीजों के लिए पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन सेंटर खोला जाएगा। बता दें कि वर्तमान में मध्यप्रदेश के कुछ ही सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ही फिजियोथैरेपी के कोर्स चलाए जा रहे हैं। बीएमएचआरसी भोपाल का पहला सरकारी अस्पताल होगा, जहां ये कोर्स शुरू होंगे।

बीएमएचआरसी की प्रभारी निदेशक डॉ मनीषा श्रीवास्तव।
सीटों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी
डॉ मनीषा श्रीवास्तव ने बताया कि बीएमएचआरसी का फिजियोथेरेपी विभाग भोपाल के सर्वश्रेष्ठ केंद्रों में से एक है। यहां का स्टाफ काफी अनुभवी और प्रशिक्षित है। ऐसे में इन संसाधनों के बेहतर और अधिकतम इस्तेमाल के लिए यहां कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया गया है। शुरुआत में हम बीपीटी की 40 सीटों के लिए आवेदन कर रहे हैं। धीरे-धीरे सीटों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा फिजियोथेरेपी विभाग का विस्तार किया जा रहा है। यहां नई मशीनें लाई जाएंगी और मरीजों की सुविधा के लिए एक्सरसाइज थेरेपी यूनिट शुरू की जाएगी। इसके अलावा फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों जैसे सीओपीडी, अस्थमा आदि के मरीजों के इलाज के बेहतर प्रबंधन के लिए गिन्नौरी स्थित स्वास्थ्य केंद्र क्रमांक 5 मे पल्मोनरी रिहैबिलिटेशन सेंटर शुरू किया जाएगा। बीएमएचआरसी के फिजियोथेरेपी विभाग के अध्यक्ष डॉ संदीप सोरते ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम लोगों में फिजियोथेरेपी के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद करते हैं और ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन अस्पताल के बाहर भी करना चाहिए, जिससे अधिक से अधिक लोग फिजियोथेरेपी के महत्व के बारे में पता लग सके।
[ad_2]
Source link



