[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Sagar
- Indifference To Rain: 6 Out Of 7 Reservoirs Of The Water Resources Department Are Filled Less Than Capacity, Only One Full
रहली16 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

पहले तो मानसून की दस्तक देर से हुई उसके बाद बारिश की बेरुखी जारी है। अगस्त का दूसरा पखवाड़ा सूखा बीतने के बाद सितंबर की शुरुआत के पांच दिन भी सूखे बीत गए। जिसका असर क्षेत्र के तालाबों व जल संसाधन विभाग के जलाशयों पर दिखाई दे रहा है। तालाबों का जलस्तर हर वर्ष के मुकाबले इस वर्ष कम है। क्षेत्र के जल संसाधन विभाग का मात्र एक जलाशय में शत-प्रतिशत भराव हुआ है। छह जलाशय क्षमता से कम भरे हैं। जिससे रबी सीजन की फसलों की सिंचाई पर प्रभाव पड़ने की आशंका है।
ब्लाक में जल संसाधन विभाग के सात जलाशय हैं। जिनसे किसानों को रबी की फसलों की सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है। अमूमन हर वर्ष जुलाई, अगस्त में अच्छी बारिश होती है जिससे यह जलाशय क्षमता तक भर जाते हैं लेकिन इस वर्ष जुलाई और अगस्त में कम बारिश हुई। जिससे जलाशय नहीं भर सके। इस वर्ष अब तक मैनाई जलाशय 64 प्रतिशत, खैराना 71 प्रतिशत, मुर्गा दरारिया 58 प्रतिशत, शेखपुर 75 प्रतिशत, निपानिया 60 प्रतिशत, चनौआ बुजुर्ग 60 प्रतिशत ही भरा है।
छिरारी ग्राम के तालाब की भी यही स्थिति है। तालाब में भी कम जलभराव हुआ है। ब्लाक की औसत बारिश 1250 मिमी है जबकि इस वर्ष सितंबर के पांच दिन बीत जाने के बाद मात्र 813 मिमी बारिश हुई है। जलसंसाधन विभाग के एसडीओ निषेश जैन का कहना है कि एक मात्र जलाशय पूरा भर है।
छह जलाशय में क्षमता से कम जल भराव है। वर्तमान में जलाशयों में इतना जल भराव है कि रबी फसलों का पलेवा हो जाएगा और एकाध पानी दे देंगे। हो सकता है कि आगामी दिनों में बारिश हो और जलाशय भरें।
[ad_2]
Source link

