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सुयश कोकजे. इंदौर4 मिनट पहले
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आदर्श आध्यात्म का प्रतीक स्थल गोंदवले धाम परिसर में 3 जुलाई से आरंभ हुए गुरु पूर्णिमा महोत्सव का समापन समारोह 3 सितंबर को नाम संकल्प महोत्सव के रूप में किया जाएगा। प्रतिवर्ष गुरु पूर्णिमा का यह उत्सव राखी पूर्णिमा तक मनाया जाता है। आध्यात्मिक गुरु और समाज सुधारक श्रीराम कोकजे गुरुजी के सान्निध्य में यह समारोह होगा। इसमें देश-विदेश से आए हजारों अनुयायी गुरुजी से मिलकर अपनी समस्या का समाधान का लाभ लेंगे। इसी उद्देश्य से गुरु पूर्णिमा उत्सव इतने समय तक जारी रहता है। नाम स्मरण भक्ति का सर्वोपरि साधन है, इसी बात के माहत्म्य का वर्णन गुरुजी करते हैं और नाम स्मरण करने का संकल्प प्रत्येक भक्त को दिलाते हैं। इसीलिए इसे नाम संकल्प महोत्सव भी कहा जाता है। इस वर्ष गुरुजी ने गोंदवाले धाम से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए लाखों भक्तों के लिए एक विशेष परंपरा की शुरुआत की घोषणा की है।
गुरुजी ने बताया कि गोंदवले धाम के आध्यात्म की समाज में अलग ही सात्विक छवि है, जो सहज और अनुकरणीय है। धाम में किसी प्रकार की जात- पात, समाज या वर्ण से भेदभाव नहीं किया जाता। धाम में ईश्वर का नामस्मरण और भक्ति भाव का महत्व है। सब लोग एक समान है। इसलिए शिष्य परिवार के लोगों को प्रत्येक उपासना दिवस पर यानी रविवार को गर्भ गृह में मुख्य पुजारी के साथ पूजा अर्चना करने का अवसर मिलेगा। इसके लिए ऐसी व्यवस्था की जाएगी, जिससे सभी को इस पूजन का लाभ मिल सके। गुरुजी का मुख्य उद्देश्य है कि युवा वर्ग और बच्चों को इस प्रकल्प में शामिल होकर धर्म का महत्व समझना चाहिए, जिससे समाज में समरसता और प्रेम का भाव उत्पन्न हो सके। गुरु पूर्णिमा नाम संकल्प महोत्सव के समापन दिवस के तहत दिनभर आयोजन होंगे। शाम 7.30 बजे महाआरती होगी। जिसमें बड़ी संख्या में भक्तजन शामिल होंगे। उसके बाद प्रसादी वितरण किया जाएगा।
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