[ad_1]
राजेश जैन दद्दू. इंदौर38 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

श्रमण धर्म ने अहिंसा रूपी धागे से स्थायी और जीवों को रक्षा सूत्र बांध दिया। अर्थात धर्म की रक्षा करने वाले की रक्षा धर्म करता है। प्रतिवर्ष आप लाखों पशुओं की रक्षा कर सकते हैं। सोचिए आपको कई बड़े विधान, कई बड़े आर्थिक दान से बड़े पुण्य का संचय होता है। यह बात उदय नगर स्थित चंदाप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में गुरुवार को आर्यिका विज्ञानमति माताजी ने धर्मसभा में कही।
माताजी ने कहा- विष्णु कुमार ने 700 मुनियों की रक्षा की थी, आपके एक छोटे से प्रयास से आपको प्रतिवर्ष लाखों संघी पंचेद्रीय जीवों की रक्षा का फल प्राप्त हो सकता है। शहर में जीव दया की भावना से सद्भावना संस्था पर्युषण में इस कार्य को करती है। आपके पास सामाजिक संसद, फेडरेशन सोशल ग्रुप्स, मंदिरों के ट्रस्ट एवं महिलाओं के संगठन भी हैं। आप सबके प्रयास से आपको प्रतिवर्ष लाखों संघी, पंचेेंद्रीय जीवों की रक्षा का फल प्राप्त हो सकता है ।
समाज के राजेश जैन ने बताया कि मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर खंड पीठ के द्वारा एक निर्णय दिया गया है, जिसमें पूरे प्रदेश में एकसाल में 22 दिन दुकानें बंद रखने का आदेश है। जिसमें पर्युषण पर्व के 2 दिन रामनवमी, कृष्ण जन्माष्टमी, गांधी जयंती इत्यादि जैसे 22 त्योहार आते हैं। साथ ही पशुओं के कत्लखाने और मांस बिक्री से संबंधित सभी दुकानें बंद रखने का आदेश भी होता है। समाजजन को जागरूकता होकर सिर्फ शहर के कलेक्टर, नगर निगम कमिश्नर को ज्ञापन देकर न्यायालय के आदेशानुसार त्योहारों पर कत्लखानों की दुकानें बंद करवाएं।
[ad_2]
Source link



