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देवेंद्र मीणा/इंदौरएक घंटा पहले
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एनआरआई बेटे के माता-पिता को इंदौर में धमकी देने का मामला सामने आया है। दोनों बुजुर्ग दंपती को घर में घुसकर जान से मारने की धमकी आरोपी ने दी है। धमकी की ऑडियो क्लिप भी सामने आई है, जिसमें आरोपी ये तक कह रहा है कि एसपी, डीआइजी सबको बोल देना…, तुझे और तेरी औरत को जान से मार डालूंगा…। मैं लिखकर दे रहा हूं…। धमकी के बाद से पति-पत्नी डरे हुए हैं और उन्होंने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। 75 वर्षीय बुजुर्ग विजय दुबे की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जानिए सिलसिलेवार क्या है पूरा मामला।
पहले पढ़ लीजिए आरोपी की धमकी भरी ऑडियो रिकॉर्डिंग…
विजय दुबे – हैलो…
सुधीर लाड – अरे तेरे एसपी, डीआइजी सबको फोन लगा लेना…अगर मेरी छोरी को कुछ हो गया तो तुझे और तेरी औरत को घर में घुसकर जान से मार डालूंगा। तेरे सीसीटीवी कैमरे में मेरी फोटो निकाल लेना…। मार डालूंगा जान से अगर मेरी छोरी को कुछ हो गया। तुझे जान से मार डालूंगा, धमकी दे रहा हूं।
रिकॉर्डिंग कर ले। जान से मार डालूंगा तुम दोनों मिया-बीवी को। जिसका मकान है ना #####(गाली) वो खुद आकर मेरे से बात करे..। तुझे और तेरी औरत को तो जान से मार डालूंगा। मैं लिखकर दे रहा हूं…घर से बाहर निकल कर दिखा तू…। जान से नी मार डालूं तो बोलना मुझे…।
दुबे तू तेरी जान से हाथ धो बैठेगा अब और हुआ ना तो कसम खुदा की। अभी आकर तेरी ##### घर में घुसकर मारूंगा। डाल दो थाने में रिपोर्ट मेरे नाम से। डाल दे। मैं मार डालूंगा तुझे…। तेरी मां की ##### तेरी जान हलक से निकाल लूंगा मैं…। आ रहा हूं तेरे घर पर…। खोल गेट…।

पुलिस-प्रशासन हमें प्रोटेक्शन दे
पीड़ित विजय दुबे ने बताया कि 20 अगस्त की रात करीब 11 बजे की बात है। मैं और पत्नी टीवी देख रहे थे। इतने में फोन की घंटी बजी। मैंने फोन में देखा तो सुधीर लाड का नाम आ रहा था। सुधीर लाड और कविता को हमने मकान किराए पर दिया है। जिस पर उन्होंने कब्जा कर रखा है। डेढ़ साल से किराया भी नहीं दिया है। फोन पर उसने मुझे और मेरी पत्नी को जान से मारने की धमकी दी। ये भी बोला कि मैं अभी आ रहा हूं और घर में घुसकर मारूंगा।
अपने एसपी-डीएसपी जिसको भी खबर करना हो कर दो। आपके यहां जो कैमरे हैं, उसमें मेरी फोटो भी खींच लेना। फोन पर मिली धमकी के बाद हम दोनों पति-पत्नी बुरी तरह से डर गए और रात भर सो नहीं सके। सुबह अगले दिन हमने तिलक नगर थाने में जाकर रिपोर्ट लिखवाई। हमें डर है कि हमारे साथ कोई हादसा नहीं हो जाए। हम चाहते हैं कि पुलिस हमको प्रोटेक्शन दे।
मकान मेरे बेटे के नाम से है। वो अमेरिका में रहता है। उसी मकान पर आरोपी ने कब्जा कर रखा है। हम दोनों पति-पत्नी यहां इंदौर में अकेले रहते हैं। पुलिस ने शिकायत पर एफआइआर दर्ज की है। आरोपी का फोटो और उसने जो धमकी दी है, उसकी ऑडियो क्लिप पुलिस को दे दी है। हम चाहते हैं कि धमकी देने वाले आरोपी को पकड़ा जाए और मकान से उसका कब्जा हटवाया जाए। हम डर हुए हैं, पुलिस-प्रशासन हमें प्रोटेक्शन दे।

2017 में किराए से दिया उज्जैन रोड वाला मकान
तिलक नगर पुलिस ने फरियादी विजय दुबे निवासी ब्रजेश्वरी एन एक्स की शिकायत पर आरोपी सुधीर लाड के खिलाफ धारा 294, 506, 507 के तहत केस दर्ज किया है। विजय दुबे बैंक से रिटायर्ड हैं। बेटा अंकित दुबे अमेरिका में रहता है। बेटे के नाम से एमरल्ड सिटी उज्जैन रोड पर एक मकान है, जिसकी पॉवर ऑफ एटर्नी मां नीलमणि दुबे (72 वर्ष) के नाम पर है। जिसकी देख रेख पिता विजय दुबे और मां नीलमणि करती हैं। एमरल्ड सिटी का मकान साल 2017 में किराए से कविता पिता अर्जुन सिंह को दिया, जो फिलहाल सुधीर पिता कमल लाड के साथ रह रही है। मकान खाली नहीं करने के संबंध में नीलमणि दुबे ने एसडीएम को आवेदन दिया है। सुधीर ने फोन कर धमकी दी कि अगर कविता से मकान खाली करवाया तो दोनों पति-पत्नी को जान से खत्म कर दूंगा। रात में डर की वजह से विजय और उनकी पत्नी रिपोर्ट दर्ज कराने नहीं गए।

दुबे दंपती ने दैनिक भास्कर को अपनी पीड़ा बताई। कहा- सीनियर सिटीजन की सुनवाई नहीं हो रही है। जहां भी मदद के लिए अधिकारियों के पास गए, डेढ़-दो घंटे खड़े रहे। सीनियर सिटीजन को कोई विशेष अहमियत अधिकारी देते हैं ऐसा कुछ नहीं है।
बेटे ने मां के लिए खरीदा था मकान
एनआरआई अंकित मदद के लिए दिल्ली में इंडियन एंबेसी और फॉरेन अफेयर्स तक गुहार लगा चुके हैं। मां के लिए बेटे अंकित ने मकान खरीदा था ताकि इससे आने वाले किराए से मां को आर्थिक मदद हो सके मगर स्थिति ये है कि अपने मकान पर पजेशन लेने के लिए बुजुर्ग दंपती इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं।
पिता विजय दुबे ने का कहना है कि मदद के लिए अधिकारियों के पास गए तो कुछ अधिकारियों ने कहा कि हम कुछ नहीं कर सकते आप कोर्ट जाइये। कुछ ने मदद करने का आश्वासन दिया लेकिन हुआ कुछ नहीं। हम चाहते हैं कि हमारा मकान खाली हो जाए और हमें पजेशन मिल जाए। 11 हजार रुपए किराया प्रतिमाह है। डेढ़ साल से किराएदार कविता ने किराया नहीं दिया है।
मैं मकान किसी दूसरे को देकर चली जाऊंगी तो आप फिर परेशान होते रहना
72 वर्षीय नीलमणि दुबे ने बताया कि किराएदार हमेशा कहती है कि मैं मकान खाली कर दूंगी मुझे समय दो। हमें धमकी देती है कि आप जो कानूनी कार्यवाही कर रहे हो, गलत कर रहे हो। मुझे परेशान कर रहे हो। ये भी कहा है कि मैं मकान किसी दूसरे को देकर चली जाऊंगी तो आप फिर परेशान होते रहना। मैं खाली भी कर दूंगी तो भी आप दोनों को चैन से जीने नहीं दूंगी। वाट्सएप पर भी ऑडियो मैसेज भेज भी धमकाया।घटना से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें
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हमने कविता अर्जुन सिंह को किराए पर मकान दिया था। इतने सालों में उसने कभी रेग्युलर किराया नहीं दिया। हमेशा कहती रही कि दे दूंगी। किराए का एग्रीमेंट किराएदार कविता और मेरे बीच हुआ, क्योंकि मैं बेटे की तरफ से आम मुख्तियार हूं। बेटा अमेरिका में रहता है, एनआरआई है। उसी के नाम पर मकान है। अभी तक अलग-अलग जगह 7 आवेदन दे चुकी हूं।
कलेक्टर, कमिश्नर, एसडीएम सभी से मदद की गुहार लगाई। सालभर से मैं परेशान हो रही हूं लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली। अधिकारी कहते हैं कि हम आपका मकान खाली नहीं करवा सकते, ये हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। आप कोर्ट जाइये। कलेक्टर साहब ने भी मेरे पति को कहा कि आप बैंक के रिटायर्ड मैनेजर हैं। आप कोर्ट जा सकते हैं तो फिर यहां क्यों आए।
ये दर्द है एनआरआई अंकित दुबे की मां 72 वर्षीय नीलमणि दुबे का। बेटा अमेरिका में है और बुजुर्ग माता-पिता (विजय और नीलमणि दुबे) इंदौर में रहते हैं। किराएदार ने मकान पर कब्जा कर लिया है। मदद के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा-लगा कर थक गए लेकिन कुछ नहीं हुआ। पहले जानिए दर्द और परेशानी की पूरी कहानी बुजुर्ग दंपती की जुबानी
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