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संदेश पारे। हरदा39 मिनट पहले
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महाराष्ट्र के नागपुर की भाजपा नेत्री सना खान की जबलपुर में हुई हत्या को करीब 20 दिन हो चुके हैं। आरोपी पति अमित उर्फ बबलू के कबूलनामे के बाद पुलिस सना के शव की तलाश में जुटी है। हरदा में करीब 10 दिन पहले एक युवती की लाश मिली थी। इसकी सूचना पर महाराष्ट्र पुलिस की टीम हरदा पहुंची।
सड़ चुके शव को देखकर सना के भाई ने तो इसे बहन की बॉडी होने से इनकार कर दिया, लेकिन पुलिस शव का डीएनए करवा रही है। कोर्ट से मिली अनुमति के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने डीएनए सैंपल लिए हैं। हरदा पुलिस ने भी दो दिन पहले बॉडी काे दफना दिया। दैनिक भास्कर की टीम ने दोनों मामलों से जुड़े पहलुओं को खंगालने की कोशिश की। इसी कड़ी में महाराष्ट्र पुलिस, हरदा पुलिस और सना के भाई से भी बात की…

भाजपा नेत्री सना खान 2 अगस्त को जबलपुर पहुंची थी। आखिरी बार उनकी मां मेहरून्निसा से बात हुई थी।
पानी में रहने के कारण सड़ गया था शव
9 अगस्त को हरदा जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर महेंद्र गांव में युवती की लाश कुएं में होने की सूचना सिराली पुलिस को मिली थी। इस पर सिराली थाना एसआई अशोक बरबड़े टीम के साथ माैके पर पहुंचे। बरबड़े ने बताया कि ग्रामीणों की मदद से लाश को कुएं से बाहर निकलवाया गया। लंबे समय तक पानी में रहने के कारण शव पूरी तरह सड़ चुका था।
काफी प्रयास के बावजूद शव की पहचान नहीं हाे पाई। इस कारण मर्चुरी में शव को रखवा दिया गया। अन्य थानों में लाश के मिलने की सूचना भिजवा दी गई।

नागपुर पुलिस द्वारा डीएनए सैंपल लेने के बाद हरदा जिले की सिराली पुलिस ने 9 अगस्त को महेंद्र गांव में मिली अज्ञात युवती की लाश को दफना दिया है।
अज्ञात युवती की उम्र 20 से 22 साल के बीच
सिराली थाना टीआई मदन पंवार ने बताया कि कुएं से जो शव निकाला गया था, वह करीब एक सप्ताह पुराना लग रहा था। युवती की 20-22 साल के आसपास लग रही थी।
पड़ताल में पता चला कि खेत रोहित गौर का है। गौर ने पुलिस को बताया कि वह 1 अगस्त को फसलों पर कीटनाशक का छिड़काव करने खेत पर आए थे। कुएं के पानी से ही दवाई का छिड़काव करवाया गया था। 8 दिन बाद 9 अगस्त को निंदाई करवाने के लिए मजदूरों के साथ फिर से खेत पर पहुंचा था, जहां कुएं में युवती की लाश नजर आई।

सना का भाई बोला- बहन की लाश नहीं
सिराली पुलिस शव की शिनाख्त में जुटी थी, तभी नागपुर पुलिस ने संपर्क किया। 15 अगस्त को एक टीम हरदा पहुंची। टीम के साथ सना का भाई मोहसिन भी था। मोहसिन को शव के साथ ही माैके से मिले कपड़े व अन्य सामग्री दिखाई गई। सबकुछ देखने के बाद मोहसिन ने कहा- यह बहन की शव नहीं है। मुझे जो भी सामग्री दिखाई गई, वह बहन की नहीं है।
नागपुर से आए दल ने भी युवती से संबंधित जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी। सना केस में पुलिस किसी भी कड़ी को नहीं छोड़ना चाहती। इस कारण अधिकारियों ने टीम को हरदा में रुकने के लिए कहा। दो दिन तक टीम यहीं रही। इसी बीच, वरिष्ठ अधिकारियों ने कोर्ट से शव का डीएनए करवाने की अनुमति ले ली। यहां से टीम ने डीएनए सैंपल लिए और नागपुर रवाना हो गई। उधर, हरदा पुलिस ने भी प्रक्रिया के बाद 17 अगस्त को लाश को दफना दिया।

15 अगस्त को नागपुर पुलिस की टीम हरदा पहुंची। टीम के साथ सना का भाई मोहसिन भी था। मोहसिन को माैके से मिले कपड़े और अन्य सामग्री दिखाई गई।
शक की गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहती नागपुर पुलिस
नागपुर से हरदा पहुंचे पीएसआई मनीष सहकार ने बताया कि काेर्ट के आदेश के बाद अज्ञात युवती के शव के डीएनए के लिए सैंपल लिए हैं। सना खान के परिजनों के सैंपल से मैच किया जाएगा। हम सना खान मर्डर मामले में गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहते। इसी वजह से डीएनए सैंपल लिए गए हैं।

डंडे से पीट-पीटकर कर दी थी सना की हत्या
नागपुर की भाजपा नेत्री सना खान 2 अगस्त को जबलपुर पहुंची थी। इसके बाद उसने अपनी मां मेहरून्निसा को कॉल किया था, जिसमें बताया था कि अमित उर्फ पप्पू साहू गुस्से में है, लेकिन वह उसे मना लेगी। बाद में उसके तीनों मोबाइल बंद हो गए। परिजनों ने अमित को कॉल किया, तो उसका नंबर स्विच ऑफ मिला। कई प्रयास के बाद शाम को अमित से बात हुई। उसने कहा- सना जबलपुर आई ही नहीं। फिर कहा- वह आई थी और झगड़ा करने के बाद मेरा मोबाइल तोड़कर यहां से चली गई। बेटी से संपर्क नहीं हो पाने के बाद 3 अगस्त को मेहरून्निसा ने नागपुर के मानकापुर थाने में शिकायत दर्ज करवाई।
4 अगस्त को नागपुर पुलिस जबलपुर पहुंची। यहां पता चला, अमित गोरा बाजार इलाके में किराए के मकान में रहता है। नागपुर से सना का भाई मोहसिन खान और दोस्त कुणाल यादव भी जबलपुर पहुंचे। वे जबलपुर पुलिस के साथ गोरा बाजार अपार्टमेंट गए, जहां अमित के घर पर ताला लटका मिला।
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि सना 2 अगस्त को यहां आई थी। दोनों के बीच विवाद भी हुआ था। पुलिस ने 5 अगस्त को कलेक्टर के निर्देश पर घर का ताला तोड़ा और तलाशी ली। हालांकि यहां पर कुछ नहीं मिला। सीसीटीवी फुटेज में सना जरूर नजर आई। करीब तीन दिनों तक नागपुर पुलिस जबलपुर में रही, लेकिन कोई क्लू नहीं मिला। इधर, परिजन ने अमित पर हत्या का आरोप लगाया।

9 अगस्त को हरदा जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर महेंद्र गांव में एक युवती की लाश कुएं में होने की सूचना सिराली पुलिस को मिली थी।
ढाबे पर नौकर से मिला था वारदात का क्लू
जबलपुर पुलिस जांच के दौरान अमित के ढाबे पर पहुंची। यहां पूछताछ के दौरान एक नौकर ने बताया कि अमित 2 अगस्त के दिन कार लेकर आया था। कार की डिक्की को साफ करने के लिए कहा था। डिक्की खोलकर देखा, तो उसमें खून लगा था।
नौकर ने अमित से खून के बारे में पूछा तो उसने डांट दिया। नौकर के बयान के बाद पुलिस को यकीन हो गया कि अमित ने सना की हत्या कर दी है। इसके बाद तलाश और तेज कर दी। शुक्रवार को पुलिस ने अमित को गोरा घाट से पकड़ा। अमित ने सना की हत्या कर शव को हिरन नदी में फेंकना कबूल किया है। यह भी पता चला है कि चार महीने पहले दोनों ने कोर्ट मैरिज की थी।

सना खान के कथित पति अमित साहू उर्फ पप्पू ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि हत्या उसने की है। इसके बाद शव को नदी में बहा दिया।
दोनों के बीच 1 अगस्त को हुआ था विवाद
अमित साहू उर्फ पप्पू के संपर्क में सना खान करीब डेढ़-दो साल से थी। वह पप्पू के होटल में पार्टनरशिप करना चाहती थी। इसके लिए सना ने पप्पू को करीब 50 लाख रुपए और करीब दो लाख रुपए कीमत की सोने की चेन भी दी थी। 1 अगस्त को अमित साहू और सना के बीच फोन पर विवाद हुआ था। सना ने पप्पू से बिजनेस में पार्टनरशिप के लिए दिए गए 50 लाख रुपए और सोने की चेन की बात की थी। इस टेलीफोनिक बातचीत को सना की मां मेहरून्निसा ने सुन लिया था।

सना की हत्या के बाद पता चला कि अमित और सना ने शादी कर ली थी। अमित साहू उर्फ पप्पू के संपर्क में सना खान करीब डेढ़-दो साल से थी।
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