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उज्जैनएक घंटा पहले
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कुलपति डॉ अखिलेश कुमार पांडे ने कहा विश्वविद्यालय कैंपस में नशाखोरी रोकने के लिए नोटिस जारी कर दिया है।
विक्रम विश्वविद्यालय की समाजशास्त्र अध्ययनशाला की ओर से सामाजिक न्याय एवं दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग के सहयोग से नशा मुक्ति अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया। सुमन मानविकी भवन के प्रांगण में पांच प्रतियोगिताओं के साथ में कार्यशाला रखी गई, जिसका उद्देश्य युवाओं को हर तरह के नशे में जाने से रोकना और जागरूकता पैदा करना है।
भारत सरकार के कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित कार्यशाला में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश कपिल भारद्वाज ने कहा नशे में जो अपराध होते हैं, वह केवल सामाजिक नहीं अपितु सामाजिक-विधिक समस्या हैं। सरकार और समाज को मिलकर नशे के बाद बनने वाली परिस्थितियों को संभालने की जगह नशे के पहले बनने वाली परिस्थितियों को संभालने पर जोर देना चाहिए। इससे नशे की ओर आकर्षण रुकेगा। कुलपति डॉ अखिलेश कुमार पांडे ने कहा विश्वविद्यालय कैंपस में नशाखोरी रोकने के लिए नोटिस जारी कर दिया है।
किसी विद्यार्थी और कर्मचारी को नशा करते पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। यदि बच्चों को अभी से जागरूक कर दिया तो समस्याओं का आगे सामना नहीं करना पड़ेगा। विभाग के संयुक्त संचालक साबिर अहमद सिद्दीकी ने कहा नशा मुक्ति अभियान भारत सरकार का कार्यक्रम है जिसे राज्य सरकार क्रियान्वित कर रही है।
विभाग की समग्र अधिकारी रुचि मिश्रा तथा समाजशास्त्र अध्ययनशाला की विभागाध्यक्ष डॉ.ज्योति उपाध्याय ने बताया कार्यशाला में पोस्टर प्रतियोगिता में 49, निबंध स्पर्धा में 64, वाद-विवाद स्पर्धा में 8, भाषण स्पर्धा में 8 और नशे पर आधारित रंगोली निर्माण में 11 विद्यार्थियों ने सहभागिता की। डॉ. मनीषा चौरे, डॉ. मनु गौरहा, डॉ. योगेश कुल्मी, डॉ.उत्तम मीणा की उपस्थिति में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने नशे के विरुद्ध निरंतर काम करते रहने का संकल्प लिया।
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