[ad_1]
भिंड28 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

तिरंगा यात्रा में शामिल होते हुए जैन मुनि व भिंड नगर वासी।
भिंड शहर में जैन मुनि प्रतीक सागर निर्देशन पर तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा में शहर वासी वाहन व पैदल चलकर यात्रा में शामिल हुए। ये तिरंगा यात्रा किलागेट से शुरू हुई शहर के अलग अलग मार्गों से होकर निकाली गई। इस तिरंगा यात्रा शहर में करीब तीन घंटे तक घूमी। लोगों ने देश प्रेम से लबालेज होकर भारत माता के जयकारे लगाए। स्वतंत्रता दिवस के एक दिन निकाली गई तिरंगा यात्रा ने लोगों में देश भक्ति का जोश भर दिया।
ये तिरंगा यात्रा में युवा, महिला-पुरूष एवं बालिकाओं हिस्सा बढ़चढ़कर लिया। लोग हाथों मेंतिरंगा झंडा लेकर लहराते हुए भिंड शहर की सड़़कों पर तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। इस मौके पर तिरंगा यात्रा में जैन मुनि शामिल हुए। तिरंगा यात्रा के दौरान भारत माता की जय वंदे मातरम के नारों से भिंड शहर गूंजमान होता रहा। ये तिरंगा रैली गोल मार्केट ,सदर बाजार, परेड चौराहा पुस्तक बाजार, सब्जी मंडी, हॉस्पिटल रोड, बस स्टैंड, बाईपास, लहार चुंगी 3 घंटे में संपूर्ण रैली का मार्ग तय हुआ।
शहर वासियों ने फूलों की बरसा कर तिरंगा यात्रा का स्वागत किया। जैनमुनि प्रतीक सागर ने स्वतंत्रता दिवस के पूर्व दिवस सभी को संबोधित करते हुए कहा कि भारत देश हमारा है प्राणों से भी प्यारा है। भारत की अस्मिता और संस्कृति पर कभी आंच नहीं आने देना। भारत में रहने वाले हर एक व्यक्ति का धर्म है कि स्वयं के धर्म को सुरक्षित रखने के लिए राष्ट्र को सुरक्षित रखना पहले जरूरी है। भारत देश के प्रत्येक नागरिक को सीमा पर खड़े जवान की तरह ,देश को गद्दारों से बचाने के लिए तैयार रहना चाहिए। गद्दार चाहे देश के अंदर हो या सीमा पार से आने वाले हो। उन्हें किसी भी शर्त पर भारत देश में शरण नहीं मिलना चाहिए। यह देश में अनेकता में एकता ही हमारे भारत देश की पहचान है।
[ad_2]
Source link



