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टीकमगढ़19 मिनट पहले
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टीकमगढ़ जिले के शासकीय स्कूलों और आंगनवाड़ी में मध्यान्ह भोजन बना रहे समूह की महिलाओं ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रदर्शन किया। समूह की महिलाओं ने मध्यान भोजन की राशि और खाद्यान्न सामग्री बढ़ाने के संबंध में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। महिलाओं का कहना है कि 15 अगस्त और 26 जनवरी को विशेष तौर पर चाय, नाश्ता और भोजन बनाने के निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन इसके लिए राशि नहीं दी जाती।
गुरुवार को प्रांतीय महिला स्व सहायता समूह महासंघ के बैनर तले शासकीय स्कूलों में भोजन बना रही समूह की महिलाओं ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने मांग पत्र सौंपते हुए कहा कि प्राइमरी स्कूलों में मध्यान भोजन के लिए 5.45 रुपए दिए जाते हैं, यह राशि बढ़ाकर 10 रुपए की जाए। इसके अलावा खाद्यान्न की मात्रा 100 ग्राम से बढ़कर 200 ग्राम की जाए। साथ ही मिडिल स्कूल में मध्यान भोजन के लिए 8.17 रुपए राशि दी जाती है। इसे बढ़ाकर 15 रुपए किया जाए।
इसके अलावा खाद्यान्न की मात्रा डेढ़ सौ ग्राम से बढ़कर 300 ग्राम की जाए। समूह की महिलाओं ने मांग करते हुए कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में भी रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए जाएं। आंगनवाड़ी केंद्रों में भोजन पका रहे समूह के अध्यक्ष, सचिव और रसोइयों का 5 लाख रुपए का बीमा शासन की ओर से कराया जाए। स्व सहायता समूहों को पीओएस मशीन के माध्यम से खाद्यान्न वितरण किया जाता है, लेकिन कई बार फिंगर नहीं मिलने के कारण खाद्यान्न वितरण में लेटलतीफी की जाती है। इसलिए स्व सहायता समूह के खाद्यान्न वितरण में पीओएस मशीन की बाध्यता समाप्त की जाए। स्व सहायता समूह की महिलाओं ने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में मध्यान्ह भोजन वितरण बंद किया जाएगा।


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