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मध्यप्रदेश में मानसून की रफ्तार तेज नजर आ रही है। प्रदेश के अधिकांश इलाकों को भिगा दिया है। कई तरह की आफत भी देखने को मिलने लगी है। कहीं पुल-पुलिया बह जाने से रास्ते कट गए हैं तो कहीं बिजली गिरने से लोगों की मौत हो गई है।
जानकारी के अनुसार राजधानी भोपाल में मंगलवार सुबह से बारिश हो रही है। ग्वालियर में आज सुबह इस मानसून सीजन की पहली बारिश हुई। जबलपुर, नर्मदापुरम और आसपास के जिलों में भी रुक-रुककर पानी गिर रहा है। सोमवार-मंगलवार रात हुई बारिश से जबलपुर-भोपाल राष्ट्रीय राजमार्ग का डायवर्जन पुल पानी में बह गया। पुल के बह जाने से जबलपुर से भोपाल का संपर्क टूट गया। इस दौरान दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। करीब 5 घंटे बाद नए पुल से वाहनों की आवाजाही शुरू की गई। जबलपुर में मंगलवार सुबह 9 बजे तक मौसम साफ रहा, इसके बाद बारिश शुरू हो गई। जिले में कई नदी-नाले उफान पर आ गए। इंदौर में सोमवार शाम के बाद जबलपुर में खराब मौसम के चलते इंडिगो एयर लाइंस ने जबलपुर से इंदौर आने वाली उड़ान को निरस्त कर दिया। प्रदेश में मानसून के प्रवेश के साथ ही बदले मौसम की वजह से यह फैसला लिया गया।
दमोह में बाढ़ जैसे हालात, शहडोल में तीन की मौत
दमोह जिले में सोमवार सुबह से ही रुक-रुककर तेज बारिश का दौर जारी रहा। दोपहर होते ही तेज गड़गड़ाहट के साथ बारिश शुरू हो गई। दमोह के टोपी लाइन में स्थित तीन टेलरिंग की दुकानों का ऊपरी हिस्सा भरभरा कर गिर गया। तेंदूखेड़ा का पुल करीब चार घंटे पानी में डूबा रहा। मंगलवार सुबह तेंदूखेड़ा ब्लॉक के झलौन और गुंहची का मार्ग पुल आने से मार्ग चार घंटे बंद रहा। झलौन और धनेटा मार्ग के बीच कुंजीनाले पर भी पानी आ गया, जिसके चलते लगभग एक दर्जन गांव का झलौन से संपर्क टूट गया। वहीं, लोगों के घरों में पानी भर गया। शहडोल जिले में आकाशीय बिजली ने कहर ढाया है। आकाशीय बिजली गिरने से बाप-बेटे समेत तीन लोगों की मौत हो गई। यह हादसा सोहगपुर और पपोंध एरिया में हुआ है।
नरसिंहपुर में 190 मिलीमीटर बारिश
मौसम केंद्र की रिपोर्ट कह रही है कि बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर, सागर, जबलपुर शहडोल संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, चंबल, रीवा संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई है। नरसिंहपुर में 190, उमरिया, सिवनी, ढीमरखेड़, देवरी में 170, टामिया, गाडरवाड़ा में 160, तेंदुखेड़ा में 150, हर्राई में 140, करेली, वेंकटनर, उमरिया में 130 मिलीमीटर तक पानी गिरा है।
सात जिलों में अतिभारी बारिश की चेतावनी
अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि सागर, नर्मदापुरम, शहडोल, रीवा, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर व चंबल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट बता रहा है कि सागर, नरसिंहपुर, बालाघाट, देवास, धार, गुना व उज्जैन जिलों में कहीं-कहीं अतिभारी बारिश की संभावना है। यहां 200 मिलीमीटर तक पानी गिर सकता है। वहीं यलो अलर्ट के मुताबिक दमोह, जबलपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, अनूपपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, मंडला, रायसेन, विदिशा, भोपाल, सीहोर, शाजापुर, आगर, राजगढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। यहां 115 मिमी तक बारिश हो सकती है।
तीन दिन तक भारी बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रिय होने से अगले तीन दिन तक प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। बंगाल की खाड़ी पर बने कम दबाव का क्षेत्र झारखंड व उत्तर छत्तीसगढ़ के ऊपर सक्रिय है, जो 48 घंटे में उत्तर मध्य प्रदेश के ऊपर सक्रिय होगा। वहीं एक ट्रफ लाइन हरियाणा होते हुए जा रही है और गुजरात में भी ट्रफ सक्रिय है। इससे अरब सागर से भी नमी आ रही है। इन सभी सिस्टम से ग्वालियर-चंबल संभाग समेत पूरे प्रदेश में मानसून की झमाझम बारिश की संभावना है। पश्चिम-दक्षिण पश्चिमी दिशा से चलने वाली हवा ने मंगलवार सुबह रूख बदल दिया, जो पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा से हवा बहने लगी।
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