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सर्वसमाज के लोग हुए शामिल, नया नारा दिया- सबके राम सबके श्याम सबके परशुराम | People from all walks of life joined, gave a new slogan – Sabke Ram, Sabke Shyam, Sabke Parshuram

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विदिशाएक घंटा पहले

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आज विदिशा भगवान परशुराम का प्रकट्य दिवस धूमधाम से मनाया गया। भगवान परशुराम की जंयती पर विप्र समाज के लोगों ने पूरे उत्साह और उमंग के साथ चल समारोह का आयोजन किया था। इस चल समारोह में ब्राह्मण समुदाय के साथ ही सभी समाज के लोगों ने अपनी सहभागिता की। शहर में भगवान परशुराम की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शहर के मुख्य मार्गों पर निकले चल समारोह का जगह-जगह सभी वर्ग के लोगों ने स्वागत किया।

देर शाम को पेढी चौराहे से भगवान परशुराम की भव्य शोभायात्रा निकली। शोभायात्रा में ब्रह्माण समाज सहित सभी धर्म के लोग धर्म ध्वजा के साथ उत्साह से निकले। शास्त्रों पर प्रतिबंध होने के कारण शास्त्रों का प्रदर्शन नहीं किया गया। कुछ लोग प्रतीकात्मक फरसा, गदा और घोटा लेकर चल रहे थे। डीजे पर धार्मिक गानों पर युवा नाचते गाते हुए चल रहे थे जुलूस में महिलाओं की भारी संख्या में भागीदारी रही महिलाएं पगड़ी बांधकर चल रही थी।

इस भव्य चल समारोह में का जगह-जगह समाज सेवी संगठनों और प्रतिष्ठानों द्वारा स्वागत किया गया। जन्मोत्सव के जुलूस में बाहर से आए कलाकारों ने समा बांध दिया। चल समारोह में भाजपा के वरिष्ठ नेता श्याम सुंदर शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि कैलाश रघुवंशी, मनोज कटारे कांग्रेस जिला अध्यक्ष कमल सिलाकारी सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

बताया गया कि यह चल समारोह 2001 में इस चल समारोह की शुरुआत हुई थी जब से परशुराम जयंती के अवसर पर चल समारोह का आयोजन किया जाता है। पहले इस चल समारोह में ब्राह्मण समाज के लोग ही शामिल होते थे लेकिन अब चल समारोह किसी एक समाज का न होकर सभी समाज के लोगों का हो गया है। भगवान किसी एक समाज के नही सभी समाज के है।

वहीं, ब्राह्मण समाज के पदाधिकारी ने भी बताया भगवान परशुराम का जन्म उत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया। पहले लोगों ने परशुराम जी ब्राह्मण समाज तक ही सीमित कर रखा था, लेकिन हमने हम लोगों ने इस को बदल दिया है सबके राम सबके श्याम सबके परशुराम हमने सभी समाज को इसमें जोड़ने का काम किया है और इस बार देखने को मिला है।

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