[ad_1]

- Hindi News
- Local
- Mp
- Bhopal
- Meeting Lasted For 3 Hours In CM House, Preparation For Change In Power organization Intensified
भोपाल27 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
फाइल
मप्र की राजनीति में इन दिनों उथल-पुथल मची हुई है। इसकी वजह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा कराए गए सर्वे में मिले फीडबैक के बाद सरकार से लेकर मंत्रियों और विधायकों की नींद उड़ी हुई है। सर्वे में मंत्रियों और विधायकों के प्रति कार्यकर्ताओं में जबरदस्त नाराजगी की बात सामने आई है। सर्वे का फीडबैक मिलने के बाद शुक्रवार देर शाम सीएम हाउस में कुछ चुनिंदा मंत्रियों को बुलाकर उनसे चर्चा की गई। इस बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा मौजूद रहे। आठ बजे से रात 11 बजे तक करीब तीन घंटे तक 5 मंत्रियों के ग्रुप से चर्चा की गई।
सीएम हाउस में हुई बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, स्कूल शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार, उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह, कृषि मंत्री कमल पटेल, खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह मौजूद रहे। बैठक में गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, जनजातीय कार्यमंत्री मीना सिंह को भी शामिल होना था लेकिन नरोत्तम और मीना सिंह नहीं पहुंचे। रात 11 बजे बैठक खत्म होने के बाद मंत्री सीएम हाउस से बाहर निकले लेकिन मीडिया से बात नहीं की। यहां तक कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मीडिया से बात किए बिना ही रवाना हो गए।
बदलाव की तैयारी
सूत्रों की मानें तो संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों से मिले फीडबैक के बाद मंत्रियों की कार्यप्रणाली को लेकर भी शिवप्रकाश ने चर्चा की। मालवा में जयस, भीम आर्मी और करणी सेना जैसे संगठनों के प्रभाव के कारण बन रही चुनावी चुनौतियों को लेकर भी समाधान निकालने पर चर्चा हुई है। इसके अलावा आदिवासी सीटों पर भी ध्यान देने को कहा गया। सूत्रों की मानें तो संघ से मिले फीडबैक के बाद सत्ता और संगठन में भी कुछ बदलाव हो सकते हैं।
18 को कोर ग्रुप की बैठक में हो सकते हैं निर्णायक फैसले
ग्वालियर में 16 अप्रैल को अंबेडकर महाकुंभ का आयोजन होना है। इस कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल, सीएम शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेन्द्र सिंह तोमर सहित मप्र भाजपा के नेता शामिल होंगे। इस कार्यक्रम के बाद 18 अप्रैल को भोपाल में प्रदेश बीजेपी कार्यालय में कोर ग्रुप की बैठक बुलाई जा रही है। इस बैठक में प्रदेश भर से मिले फीडबैक पर चर्चा होगी। इसी बैठक के बाद कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे। बीजेपी ने अलग-अलग जिलों में कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने की जिम्मेदारी 14 बडे नेताओं को दी थी। इन सभी नेताओं का फीडबैक मिलने के बाद यह बैठक होगी।
नारायण के कारण विंध्य में पैदा हुई नई चुनौती
मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी के नई पार्टी बनाकर विंध्य की 30 सीटों पर चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद बीजेपी में टेंशन बढ़ी है। त्रिपाठी के अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने से बीजेपी को चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है। लिहाजा बीजेपी अब मंत्रियों को जातिवार जिम्मेदारियां देकर विंध्य में जीत को दोहराना चाहती है। विंध्य के इलाके में बसपा और सपा का भी प्रभाव रहता है। ऐसे में दलित वर्ग के नेताओं के साथ ही यादव, ठाकुर, कुशवाहा, कुर्मी नेताओं और मंत्रियों को अभी से विंध्य इलाके में अपनी जाति की सीटों पर भेजा जाएगा।
[ad_2]
Source link



