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उज्जैन में सरस्वती का स्याही से अभिषेक करता भक्त।
– फोटो : अमर उजाला
धार्मिक नगरी उज्जैन मे वैसे तो दर्जन भर माता मंदिर हैं। लेकिन पौराणिक महत्व से जुड़े कुछ माता मंदिर ऐसे हैं जिससे कई रोचक जानकारियां जुड़ी हुई है। साथ ही यहाँ भक्तो की अपार आस्था भी है। शहर मे मां वाग्देवी का प्राचीन मंदिर है, जहां माता का नील स्याही से अभिषेक किया जाता है।
मां वाग्देवी का यह अनूठा मंदिर सिंहपुरी में बिजासन पीठ के सामने स्थित हैं। इस मंदिर को स्याही माता का मंदिर भी कहा जाता है। मां सरस्वती की मूर्ति चौरसिया धर्मशाला की दीवार पर विराजित हैं। कुछ साल पहले भक्तों ने यहां मंदिर बनवा दिया था। बताया जाता है कि मंदिर में माता की प्रतिमा लगभग एक हजार साल पुरानी है। मां की मूर्ति अपने आप मे अनूठी है। मां सरस्वती की यह मूर्ति परमारकालीन है।
बुद्धि और ज्ञान का आशीर्वाद लेने आते हैं विद्यार्थी
मान्यता है कि मंदिर मे माता सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए बड़ी संख्या में विद्यार्थी माता को स्याही कलम और दवात अर्पित करते हैं। उनसे बुद्धि व ज्ञान का आशीर्वाद लेते है। परीक्षा से पहले इस मंदिर में दिनभर विद्यार्थियों की भीड़ नजर आती है। विद्यार्थी उच्च अंकों से पास होने की कामना लेकर यहां आते हैं।
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