छतरपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गौरैया हार में एक पुजारी ने 48 घंटे के लिए समाधि ले ली है। जानकारी के मुताबिक बाबा नारायण दास कुशवाहा ने मंगलवार को दिन में 1 बजकर 40 मिनट पर सिद्ध बाबा मंदिर के पास समाधि ली है। पुजारी पहले भी 2 बार ऐसा कर चुके हैं। मामले की जानकारी लगने पर सिविल लाइन थाना पुलिस बल और तहसीलदार मौके पर पहुंचे ।
मामला छतरपुर के पास के गांव गोरैया का है। यहां सिद्ध बाबा मंदिर के पुजारी ने 48 घंटे के लिए समाधि ले ली। यहां सबसे पहले जमीन में लगभग 6 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया। इस गड्ढे को पुजारी के अंदर जाने के बाद पूरी तरीके से ढक कर बंद कर दिया गया। गड्ढे में जाने से पहले बाबा का कहना था कि 48 घंटे के बाद में जब अंदर से आवाज दूंगा, तब रामनवमी के दिन दोपहर में मुझे बाहर निकाल लिया जाए। हालांकि, जब इसकी जानकारी प्रशासन तक पहुंची तो तहसीलदार ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर पुजारी को गड्ढे से बाहर निकलवा दिया। गांव के सिद्धबाबा मंदिर लगभग 60 वर्षीय पुजारी नारायण दास कुशवाहा हैं। वे गौरैया गांव के सिद्ध बाबा मंदिर पर रहते हैं, और वही पूजा-अर्चना करते हैं। वे पहले भी तीन बार इस प्रकार की समाधियां ले चुके हैं।
मामले की जानकारी मिलने के बाद तहसीलदार संध्या अग्रवाल वहां पहुंची और पुलिस की मदद से बाबा को गड्ढे से बाहर निकलवा दिया। पुलिस प्रशासन ने जब गड्ढे से मिट्टी हटाई तो अंदर पुजारी लेटे हुए मिले। उनके सिर के पास एक दीपक जल रहा था। बाद में उनको आवाज देकर उठाया गया और मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाया गया।

बाबा का मेडिकल कराया जाएगा: तहसीलदार
तहसीलदार ने कहा कि सिद्ध बाबा मंदिर में एक बाबा जी ने समाधि ली थी। पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में बाबा को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। बाबाजी का मेडिकल कराने के बाद उनसे बात की जाएगी।



