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न किचन, न उम्र की टेंशन, कमर पर साड़ी लपेटकर दौड़ीं महिलाएं और… ये मारा गोल | No kitchen, no tension of age, women ran with sari wrapped around their waist and… this hit the goal

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ग्वालियर16 मिनट पहले

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एमएलबी मैदान में साड़ी इन गोल टूर्नामेंटमें अपना हुनर दिखाती थी महिलाएं

  • ग्वालियर हो रहा “गोल इन साड़ी’ नाम से फुटबॉल टूर्नामेंट

क्या कभी आपने देखा या सुना है कि साड़ी पहने फुटबॉल प्लेयर ग्राउंड पर उतरी हैं। इतना ही नहीं 20 से लेकर 50 साल की तक की महिलाएं कमर पर साड़ी लपेटकर दौड़ते हुए गोल दागते नजर आई हैं। मौका ही कुछ ऐसा था। ग्वालियर में “गोल इन साड़ी’ नाम से महिलाओं का फुटबॉल टूर्नामेंट चल रहा है।

जिसका फाइनल मैच रविवार दोपहर 3 बजे से एमएलबी ग्राउंड में खेला जा रहा है। इसमें रंग बिरंग साड़ियों में महिलाएं ग्राउंड पर अपने फुटबॉल का हुनर दिखातीं हुई नजर आ रही हैं। इन महिलाआंे को न किचन की टेंशन है न ही उम्र का तकाजा यह तो बस फुटबॉल को एक पाले से दूसरे पाले में ले जाकर गोल करने में माहिर हैं।

एक दूसरे से फुटबॉल छीनकर गोल दागने के लिए मेहनत करती महिलाएं

एक दूसरे से फुटबॉल छीनकर गोल दागने के लिए मेहनत करती महिलाएं

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 25 मार्च से महिलाओं की अनोखी फुटबॉल प्रतियोगिता शुरू हुई।गोल इन साड़ी” टैग लाइन से आयोजित फुटबॉल प्रतियोगिता में महिलाएं साड़ी पहनकर मैदान में उतरी हैं। ड़ी पहनकर मैदान पर महिलाओं ने फुटबॉल में अपना दम खम दिखाया है, उन्होंने जोरदार गोल भी दागे है। महिलाओं ने कहा कि “नारी साड़ी में भी भारी है”. यहां शहर की 8 टीमों के बीच 2 दिन तक मुकाबले हुए हैं। आज रविवार शाम को 3 बजे से फाइनल मुकाबला चल रहा है। यह टूर्नामेंट ग्वालियर के एमएलबी ग्राउंड पर चल रहा है। यहां रंग बिरंगी साड़ी पहनी महिलाएं फुटबॉल के पीछे भाग रही हैं। साड़ी पहनकर फुटबॉल में किक मारने वाली इन महिलाओं का जज्बा फुटबॉल के जादूगर पेले, मैराडोना, रोनाल्डो, मैसी जैसे खिलाड़ियों से कम नहीं है। आधे घंटे के इस मैच में महिलाओं ने साड़ी में फुटबॉल खेल कर अपना दम दिखाया।
खेल के साथ टूर्नामेंट की जिम्मेदारी भी संभाल रही हैं
टूर्नामेंट संयोजक अंजली बत्रा ने बताया कि महिलाएं ही इस टूर्नामेंट की जिम्मेदारी भी संभाल रही हैं। टूर्नामेंट के पहले दिन 25 मार्च को फुटबॉल प्रतियोगिता में 3 मैच हुए। इनमें पिंक, ब्लू और ऑरेंज टीमों ने शानदार जीत दर्ज की. पिंक पैंथर ने दमदार प्रदर्शन करते हुए पहला मैच जीता था। पिंक पैंथर टीम के खिलाड़ियों का कहना है कि उन्होंने शुरुआत से ही यह तय कर लिया था कि इस मैच में जीत दर्ज करना है। उन्होंने मैदान पर साड़ी में दमदार गोल कर यह साबित कर दिया कि ‘नारी साड़ी में भी भारी’ है।

फुटबॉल खेलतीं महिलाएं

फुटबॉल खेलतीं महिलाएं

72 साल की दादी ने भी खेला फुटबॉल
ओपनिंग मैच के बाद दूसरे मैच में ब्लू क्वीन टीम ने गजब ढा दिया। इस टीम की खास बात यह थी कि इसमें 25 साल की भाभी से लेकर 72 साल की दादी ने भी हिस्सा लिया। उम्र दराज दादी दलजीत मान ने शानदार गोल कर अपनी टीम को जिता दिया। दादी दलजीत का कहना है कि अपनी सेहत के लिए वह रोजाना एक्सरसाइज करती हैं। जब भी मौका मिलता है तो वे मैदान में फुटबॉल जरूर खेलती हैं। उनका मानना है कि महिलाएं साड़ी पहनकर सिर्फ चूल्हा-चौका तक ही सीमित नहीं हैं, वे गोल भी मार सकती हैं।

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