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छिंदवाड़ाएक घंटा पहले
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कटनी के मजदूरों के लंबित भुगतान मामले में डिप्टी रेंजर रामगोपाल पांडे नप सकते है, दरअसल जांच के बाद उनकी भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है। दरअसल कटनी के कुछ मजदूर पिछले 25 दिनों से चौरई वन परिक्षेत्र में खुदाई और अन्य काम कर रहे थे।
ऐसे में लगातार काम कराने के बाद भी मजदूरों को त्यौहार पर पैमेंट नहीं दिया गया, वहीं डिप्टी रेंजर उन्हे टाला मटौली करने लगे जिसके बाद पूरे मजदूर छिंदवाड़ा कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे।
प्रदर्शन के बाद अधिकारियों ने आनन फानन में मीटिंग बुलाई और मजदूरों को समय पर वेतन दिलाने का भरोसा दिलाया तब मामला शांत हुआ। लेकिन वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले में जब जांच की तो पता चला कि डिप्टी रेंजर रामगोपाल पांडे ने मजदूरों को नकद पैमेंट का भरोसा दिलाया था।
इस पर एसडीओ भरत सोलंकी ने बताया कि मामले में संबंधित अधिकारी ने विभाग को जानकारी दिए बिना मजदूरों को नगद भुगतान के लिए भरोसा दिलाया था। मजदूरों के पास आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज नही थे और उनसे विभागीय काम करवाया जा रहा था।
एसडीओ ने बताया कि संबंधित डिप्टी रेंजर रामगोपाल पांडेय की प्रथम जांच में गलती गलती दिखाई देती है। मैंने इनके निलंबन की कार्यवाही हेतु वरिष्ठ अधिकारी को भेजा है।
साहब का पैसा मांगने वाला वीडियो भी हुआ वायरल
चौरई के सांख वन परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर रामगोपाल पांडे से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें एक शख्स के हाथ में मोबाईल फोन है, स्क्रीन पर कालिंग चालू है जिसकें रामगोपाल पांडे लिखा हुआ है, ऐसे में पैसे के लेनदेन को लेकर बात चीत चल रही है। इस वीडियो को डिप्टी रेंजर का वीडियो बताया जा रहा है।
( दैनिक भास्कर इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता)
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