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भोपाल2 घंटे पहले
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भोपाल के अयोध्या नगर में खाली घरों में चोरी करने वाले को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पकड़ने के लिए पुलिस की टीम सिविल ड्रेस में प्राइवेट गाड़ियों से पेट्रोलिंग करती थी। पुलिस ने गश्त के दौरान आरोपी को घात लगाकर रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी की निशानदेही पर चोरी का सामान सस्ते दामों में खरीदने वाले तीन लोगों को भी पकड़ा है। पुलिस आरोपी से अन्य घटनाओं के बारे में भी पूछताछ कर रही है।
डीसीपी जोन 2 श्रद्धा तिवारी ने बताया कि अयोध्यानगर इलाके में खाली घरों में चोरी की शिकायतें लगातार आ रही थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए टीम बनाई गई। टीम ने तकनीकी मदद से और रात के समय सादे कपड़ों में पेट्रोलिंग शुरू की। टीम प्राइवेट गाड़ियों से गश्त करती थी। गश्त के दौरान 26 फरवरी को पुलिस ने घात लगाकर ग्राम 25 हरीशंकर लोधी उम्र खजूरिया थाना बेगमगंज जिला रायसेन के रहने वाले टीकाराम लोधी (25) पुत्र स्वसाल को चोरी करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

अयोध्यानगर इलाके में खाली घरों में चोरी करने वाला शातिर चोर गिरफ्तार।
जेल में बंद रहने के दौरान मिनाल के बारे में पता चला
पुलिस ने आरोपी को पूछताछ के लिए दो बार रिमांड पर लिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसे जेल में रहने के दौरान पता चला मिनाल क्षेत्र में संपन्न लोग रहते हैं। इसके बाद रेकी करके चोरी की घटना को अंजाम देता। आरोपी ने चोरी का सामान खरीदने वाले ताराचंद्र पुत्र कुंदी लाला, राजू प्रजापति और चंदर का नाम बताया। आरोपी की निशानदेही पर राजू प्रजापति और चंदर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि ताराचंद्र की तलाश की जा रही है।
बता दें कि ताराचंद्र अपने आधार कार्ड पर चोरी के जेवर बैंकों में गिरवी रखवाता था। वहीं, राजू सिलेंडर ले लेता और चंदर चोरी की टीवी सस्ते दामों में लेता था। आरोपी के पास सोने चांदी के जेवर, बर्तन, 8 एलईडी टीवी, 30 सिलेंडर और दो मोटरसाइकिल बरामद की है। टीकाराम ने 10 चोरी की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। इसके अलावा मंगलवारा, एमपी नगर, हैदरगढ़ जिला विदिशा में भी चोरी कर चुका है।
अखबारों से पता करता खाली के घर के बारे में
आरोपी टीकाराम दिन के वक्त घूमकर खाली मकानों की रेकी करता था। घर पर धूल व बाहर पड़े अखबारों ने घर खाली होने का अंदाजा लगाता था। इसके बाद मौका पाकर रात के वक्त घरों में ताला तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम देता था। चोरी के बाद आरोपी भोपाल से सटे जिलों में भाग जाता। आरोपी मोबाइल का भी इस्तेमाल नहीं करता था। जिसके कारण से पुलिस उसकी लोकेशन भी ट्रेस नहीं कर पा रही थी।
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