Mp Weather:अगले दो दिन तक बारिश के आसार, इन जिलों में घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी रहेगी कम – Mp Weather Chances Of Rain In Madhya Pradesh For The Next Two Days

सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया
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मध्यप्रदेश के कई जिलों में लोगों को बारिश से राहत मिली है, लेकिन दो दिन से अभी बारिश की वजह से तापमान में तेजी से गिरावट आई है। वहीं कल यानी 28 जनवरी को फिर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ है, जिसके प्रभाव से 29 से 30 जनवरी के बीच फिर से मौसम बिगड़ेगा और गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है।
बता दें कि उत्तर भारत में सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के असर से इंदौर सहित प्रदेश के अनेकों संभाग में 29 से 31 जनवरी के बीच हल्की बारिश के साथ धुंध का असर देखने को मिलेगा। वहीं 29 से 31 जनवरी के बीच गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं। कहा जा सकता है कि एक बार तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जाएगी।
बदलेगा मौसम का हाल…
मध्यप्रदेश मौसम विभाग के मुताबिक, कल से एक्टिव वेदर सिस्टम के कारण आज 29 जनवरी से प्रदेश में फिर मौसम के बिगड़ने के आसार हैं, जिसके चलते ग्वालियर चंबल संभाग, छतरपुर और दतिया में कोल्ड-डे की स्थिति बनने के आसार हैं। वहीं, ग्वालियर में 18 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सर्द हवाएं चल सकती हैं। इसके अलावा प्रदेश के मालवा, निमाड़ में बादल नहीं रहेंगे। लेकिन हल्की धुंध छाई रहेगी। मौसम विभाग ने जबलपुर, रीवा, बालाघाट में बूंदाबांदी को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है, इस पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद ठंड की फिर से वापस से वापसी होगी।
- इन जिलों में दिखेगा असर…
- आगामी 24 घंटों में रीवा और शहडोल चंबल के सभी जिले रीवा, सिंगरौली, सीधी, सतना, शहडोल, उमरिया और अनूपपुर समेत भोपाल, पन्ना, दमोह, छतरपुर, जबलपुर, कटनी, डिंडौरी, बालाघाट, नरसिंहपुर, बैतूल, उज्जैन, शाजापुर, सीहोर में ठंड के अलावा कोहरे का खासा असर बना रहेगा।
- वहीं, ग्वालियर और दतिया में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिलेगा और ग्वालियर चंबल संभाग में घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी पर भी प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा प्रदेश के कई जिलों में मावठा गिरने की भी स्थिति बन सकती है।
- वहीं, दूसरी ओर फरवरी के पहले सप्ताह तक बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है। क्योंकि राजस्थान में एक चक्रवातीय घेरा भी बन रहा है। इससे गरज-चमक के साथ बारिश के आसार बनेंगे, जो मध्यप्रदेश के राजस्थान से लगे जिलों में ज्यादा प्रभाव डालेंगे।
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