मध्यप्रदेश

Devotees were cheated again in Mahakal temple | महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं से फिर ठगी: भस्म आरती और नंदी हॉल के नाम पर 4500 रुपए लिए, शिकायत के बाद लौटाए – Ujjain News


उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ ठगी का एक और मामला सामने आया है। मुंबई से आए मिलिंद दोषी और उनके साथी के साथ जीतू बैरागी नाम के व्यक्ति ने धोखाधड़ी की। जीतू ने भस्म आरती की अनुमति और नंदी हॉल में बैठने की व्यवस्था के लिए श्रद्धालुओ

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रात करीब ढाई बजे जब श्रद्धालु मंदिर पहुंचे, तो जीतू वहां नहीं मिला। उसने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया। परेशान श्रद्धालुओं ने मंदिर के कंट्रोल रूम में लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद संबंधित व्यक्ति ने श्रद्धालुओं के पैसे वापस कर दिए। मंदिर की शिकायत प्रकोष्ठ के अधिकारी प्रतीक द्विवेदी से 2 दिन से संपर्क का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन वे फोन नहीं उठा रहे हैं।

मंदिर में ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। कई मामलों में एफआईआर दर्ज होने के बावजूद दलाल अपनी गतिविधियां जारी रखे हुए हैं। अधिकारियों की ओर से इस तरह के मामलों में कार्रवाई से बचने का रुख देखा जा रहा है।

दो महीने से जांच रिपोर्ट पर कार्यवाही नहीं हुई मंदिर में होने वाले लेन-देन के कई मामलों में जांच तो कराई जाती है, लेकिन थाने तक नहीं पहुंचाया जाता है। मंदिर में एक मामला जनवरी में हुआ था जिसमें क्रिस्टल कंपनी के सुरक्षा गार्ड व सुपरवाइजर के बीच लेन-देन का वीडियो सामने आया था। उस समय के प्रशासक व एडीएम अनुकूल जैन ने पूरे मामले की जांच मंदिर की सुरक्षा प्रभारी प्लाटून कमांडर हेमलता पाटीदार को सौंपी थी।

उन्होंने जांच रिपोर्ट तैयार कर मंदिर प्रशासन को सौंप दी थी, लेकिन मंदिर प्रशासन ने दो महीने बाद भी जांच रिपोर्ट थाने नहीं पहुंचाई। वहीं, क्रिस्टल कंपनी द्वारा सुपरवाइजर व गार्डाें बचाने के लिए इनकी बैंक की डिटेल भी उपलब्ध नहीं कराई है।

महिला श्रद्धालु के साथ 12 हजार की धोखाधड़ी महाकाल दर्शन के लिए पश्चिम बंगाल से आई महिला के साथ 12 हजार रुपए की ठगी की शिकायत ऑनलाइन की थी। शिकायत में महिला ने गोपाल त्रिवेदी व यश नामक युवकों पर भस्म आरती अनुमति कराने व वीआईपी दर्शन व पूजन के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। इस मामले में भी केवल एक युवक पर प्रतिबंध की कार्यवाही करने की बात मंदिर प्रशासन कह रहा है।

कई मामलों में शिकायतें दब जाती है श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन ही बाहर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। सभी की कामना भस्म आरती दर्शन की होती है। ऐसे में बाहर के श्रद्धालुओं को दलाल फंसा लेते है और अनुमति बनवाने के साथ ही नंदी हाल में बैठाने और सहजता से दर्शन कराने के नाम पर मोटी राशि लेते हैं।

देखने में आया है कि कुछ मामलों में शिकायत लेने के बाद भी मंदिर प्रशासन की ओर से कोई एफआईआर की कार्यवाही नहीं होने से दलाल बेखौफ होकर श्रद्धालुओं को निशाना बनाते हैं। मंदिर से जुड़े कुछ लोग श्रद्धालुओं को ही पुलिस कार्यवाही में बार-बार उज्जैन आने का हवाला देकर श्रद्धालुओं को डराकर शिकायत नहीं कराई जाती है।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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