IIT कानपुर की यह डिवाइस बताएगी ऑक्सीजन की शुद्धता, खत्म होने पर बजेगा अलार्म

कानपुर. इलाज के दौरान मरीजों की जान बचाने के लिए दी जाने वाली ऑक्सीजन शुद्ध है या अशुद्ध, इसकी जानकारी अब ऑक्सीजन प्यूरिटी मीटर देगा. आईआईटी कानपुर और कानपुर विश्वविद्यालय में इनक्यूबेटेड कंपनी मेदांतरिक ने यह मीटर बनाया है.
इस डिवाइस को बनाने वाले इनक्यूबेटर प्रियरंजन तिवारी ने बताया कि कोविड-19 के समय यह देखने में आया था कि बड़ी संख्या में लोगों के सामने ऑक्सीजन का संकट था. इस दौरान मेरे कई मित्र, जो डॉक्टर थे, उनसे बात हुई तो उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन देने के बाद भी मरीज की हालत में सुधार नहीं हो रहा है. जिसके बाद ऑक्सीजन की क्वालिटी पर प्रश्न खड़े हुए थे.
प्रियरंजन ने बताया कि इसके बाद उन्होंने इस मीटर को बनाने के लिए काम शुरू किया. इसको बनाने में लगभग दो महीने का समय लगा. यह मीटर ऑक्सीजन कितनी प्योर है, यह बताता है. बाजार में इस तरीके के मीटर उपलब्ध हैं, लेकिन ज्यादातर विदेशों से आते हैं और उनकी कीमत 1.5 लाख रुपये तक होती है. जबकि इस डिवाइस की कीमत सिर्फ 30 हजार रुपया है. यह बाजार में उपलब्ध अन्य डिवाइस से लगभग पांच गुना कम है.
उन्होंने बताया कि यह डिवाइस न सिर्फ ऑक्सीजन की शुद्धता बताएगी, बल्कि जब भी सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म होने वाली होगी तब इसमें लगा अलार्म बढ़ जाएगा. इससे पैरामेडिकल स्टाफ को ऑक्सीजन की कमी के बारे में पता चल जाएगा.
इस डिवाइस का सफल ट्रायल देश के कई बड़े अस्पतालों में हो चुका है. कानपुर के मेडिकल कॉलेज जीएसवीएम में भी इसका ट्रायल किया गया है. जहां यह पूरी तरीके से खरा उतरा है. प्रियरंजन ने बताया कि जल्दी ही यह बाजार में उपलब्ध होगा. इसको ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों के जरिए बेचा जाएगा. अशुद्ध ऑक्सीजन से मरीज को ब्लैक फंगस जैसे वायरल रोगों का खतरा बना रहता है. साथ ही, श्वास संबंधित बीमारियां भी इससे होती हैं.
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FIRST PUBLISHED : April 06, 2023, 18:16 IST
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