किबे का कुआ पर स्लैब डालकर बनाई पार्किंग तो कोहिनूर कॉलोनी में बन गए मकान | Parking was made by putting a slab on Kibe’s well, houses were built on the well in Kohinoor Colony

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इंदौर20 मिनट पहले
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बेलेश्वर महादेव मंदिर परिसर, पटेल नगर की बावड़ी हादसे को एक हफ्ता हो गया है। राज्य शासन ने प्रदेशभर में कुए-बावड़ियों पर किए गए अतिक्रमण हटाने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं। फेहरिस्त में कई कुए-बावड़ियों के नाम हैं जिन पर अतिक्रमण हैं या खतरे के ढेर पर हैं, लेकिन फिर भी ऐसे कई कुए व बावड़ियां हैं जिन पर अतिक्रमण किया गया है लेकिन निगम के खुद के ध्यान में नहीं है।
एक मामला प्रदेश के सबसे बड़े दवा बाजार का है। यह पहले किबे कम्पाण्ड था। यहां दशकों पुराना एक कुआ था, जो ‘किबे का कुआ’ के नाम से जाना जाता था। यह कुआ इस क्षेत्र सहित आसपास के लोगों की प्यास बुझाता था। लोगों की मानें तो नर्मदा पाइप लाइन जब यहां नहीं थी तब क्षेत्र की निर्भरता इसी कुए पर। धीरे-धीरे पानी के अन्य स्रोत हुए और 1990 के दशक में किबे कम्पाउण्ड के एक बड़े हिस्से में दवा बाजार का निर्माण शुरू हुआ।
इस दवा बाजार का हिस्सा (केईएच कम्पाउण्ड के सामने वाले) पार्किंग के लिए बनाया गया है। व्यवसायियों के मुताबिक तब निर्माण के दौरान इस कुएं पर लोहे की जाली डालकर स्लैब डाल दी गई थी। खास बात यह कि कुए के पास में ही दवा बाजार का तलघर है जहां कई दुकानें भी हैं। वे इस कुए के आसपास ही हैं। ऊपर जहां कुए पर स्लैब डाली गई है उस पर रोज वाहनों की पार्किंग होती है। बीते सालों में स्लैब के सरियों का सड़ना तो संभव है ही स्लैब और कुए ही भीतरी दीवारी भी कमजोर हो सकती है। इसके चलते यहां भी गंभीर हादसे का खतरा मंडरा रहा है।
अरण्य में कुएं पर बना दिया सरकारी डिस्पेंसरी का कमरा
एक मामला अरण्य (स्कीम 78) में स्थित पुराने कुए का है। यहां भी करीब दो दशक पहले सरकारी डिस्पेंसरी (अरण्य डिस्पेंसरी) का निर्माण किया गया। इसमें एक कमरा कुए के ऊपर ही बना दिया गया। इसके तहत आसपास पिलर लेकर कमरा बनाया। यहां भी सुबह से लेकर दोपहर तक काफी आवाजाही रहती है। मामले की जानकारी तब सामने आई जब पटेल नगर का बावड़ी हादसा हुआ और इस तरह स्लैब डालकर की बावड़ियों व कुए पर सवाल उठे। यह कुआ भी निगम की लिस्ट में नहीं है।
कुएं पर बने मकान खतरे के निशान
ऐसे ही कोहिनूर कॉलोनी, मूसाखेडी स्थित पुराने कुए पर काफी साल पहले जाली डालकर स्लैब डाल दी गई और उस पर मकान बना दिए गए। एक-दूसरे से सटे यह मकान कुए पर ही हैं। यहां भी गंभीर हादसा होने की आशंका है।
नगर निगम इन 18 कुए-बावड़ी पर अतिक्रमण करने वालों को जारी कर चुका है नोटिस
1. जोन-12 में रूपराम नगर में स्थित कुए पर स्लैब डाली गई है।
2. जोन-1 में मल्हारगंज पुलिस स्टेशन के पीछे महन्त कॉम्पेक्स में कुए को कवर किया गया।
3. जोन-2 में गोराकुंड चैराहा के पीछे बावड़ी पर भवन का निर्माण किया गया है।
4. जोन-3 में जेल रोड पर प्रशांत होटल की गली में कुए पर स्लैब डाली गई है।
5. जोन-5 में बड़ी भमोरी सिंधी का कुआ के ऊपर निर्माण किया गया है।
6. जोन-5 में मेघदूत नगर कुए के ऊपर स्लैब का निर्माण किया गया है।
7. जोन-5 में मेघदूत नगर कुए के ऊपर स्लैब डाली गई है।
8. जोन-5 में 130 शिवशक्ति नगर बगीचे के अन्दर कुए के ऊपर स्लैब डालकर निर्माण किया है।
9. जोन-5 में शारदा नगर कुए के ऊपर स्लैब डाली गई है।
10. जोन-6 में नंदानगर कुए को स्लेब डालकर कवर किया गया है।
11. जोन-7 में विजय नगर थाने के मंदिर क्षेत्र में कुए को कवर कर कमरे का निर्माण किया गया है।
12. जोन-8 में मालवीय नगर में सोलंकी नगर के पास वाली गली में कुए पर स्लैब डालकर निर्माण किया गया।
13. जोन-9 में नेहरु नगर अटल द्वार के पास कुए ऊपर निर्माण किया गया है।
14. जोन-9 में गोमा की फेल गली नं. 3 कुए के ऊपर निर्माण किया गया है।
15. जोन-9 में वार्ड 47 दुबे का बगीचा में कुए के ऊपर निर्माण किया गया है।
16. जोन-10 में न्यू पलासिया एबी रोड, इंडस्ट्रीज हाउस के पास कॉमन एरियाा स्थित कुए पर स्लैब डाली गई है।
17. जोन-13 में विष्णुपुरी में कुए पर डाली गई स्लैब पर लोग खड़े होते हैं।
18. जोन-12 में रावजी बाजार थाने के पास कुए पर स्लैब डाल दी गई है।
मेयर पुष्यमित्र भार्गव के मुताबिक अभी तक कब्जा किए गए सात कुए-बावड़ियों पर से अतिक्रमण हटाकर मुक्त किया गया है। शहर के ऐसे जल स्त्रोत जिन पर अतिक्रमण किया गया है, उन्हें हर हाल में हटाकर उन्हें फिर से उपयोगी बनाया जाएगा।
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