बीआरओ ने एक साल में 10000 लोगों को रेस्क्यू किया, नाथुला दर्रे हिमस्खलन में बचाव करने भी सबसे पहले पहुंचा

नई दिल्ली. सिक्किम के नाथूला दर्ज हिमस्खलन के बाद सबसे पहले बचाव करने बॉर्डर रोड आर्गनाइजेशन (बीआरओ) के कर्मयोगी पहुंचे और बर्फ में फंसे लोगों को रेस्क्यू किया. प्रोजेक्ट स्वास्तिक के तहत यहां पर सड़कों की देखरेख बीआरओ कर रहा है, इसी प्रोजेक्ट के तहत रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया. बीआरओ के अनुसार पिछले वर्ष मार्च से लेकर इस वर्ष मार्च तक 10000 पर्यटकों को रेस्क्यू किया गया है.
बीआरओ के अनुसार पूर्वी सिक्किम के जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर जिस समय हिमस्खलन आया, उस समय 23 पर्यटक फोटो ले रहे थे, जो सभी चपेट में आ गए थे. बीआरओ ने शाम 6 बजे तक 22 लोगों को रेस्क्यू कर निकाला गया. वहीं, बर्फ में दबी एक महिला को डेढ़ घंटे में बाहर निकाला गया और उसे बीआरओ की एंबुलेंस से एनटीएनएम अस्पताल में पहुंचाया गया. इसके अलावा 15 लोग आंशिक रूप से हिमस्खलन की चपेट में आ गए, जिन्हें प्राथमिक चिकित्सा देकर वापस गंगटोक पहुंचाया गया.
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बचाव का काम अंधेरा होने तक चलता रहा.
बीआरओ कर्मयोगियों ने इस दौरान 80 वाहनों में सवार 350 पर्यटकों को मेडिकल जांच कराने के बाद गंगटोक पहुंचाया गया. पूरा बचाव कार्य स्वास्तिक प्रोजेक्ट के तहत बीआरओ के मुख्य अभियंता और अन्य अधिकारियों की देखरेख में चला.
बीआरओ के अनुसार पिछले वर्ष मार्च से लेकर इस वर्ष मार्च तक अलग-अलग स्थानों से 3000 वाहनों और 10000 पर्यटकों को रेस्क्यू किया है. वहीं, 18 मार्च को हिमस्खलन के दौरान नाथू ला और चांगू ला से 175 पर्यटको को रेस्क्यू किया गया. बीआरओ के वाहनों से रेस्क्यू किए गए लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया.
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Tags: BRO, Landslide, Landslides, Tourist
FIRST PUBLISHED : April 05, 2023, 20:07 IST
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