मुम्बई इंडियंस ने चैंपियंस लीग टी-20 प्रतियोगिता कब और कैसे जीती ? | When and how did Mumbai Indians win the Champions League T20 tournament?

मुंबई इंडियंस ने आईपीएल के अलावा चैम्पियंस लीग टी20 में भी खिताबी जीत हासिल की थी, बाद में टूर्नामेंट बंद हो गया।
Cricket
lekhaka-Ashok kumar sharma

IPL
की
पांच
बार
की
चैंपियन
मुम्बई
इंडियंस
ने
चैंपिंयंस
लीग
टी-20
क्रिकेट
प्रतियोगिता
भी
जीती
है।
उसने
कब
और
कैसे
ये
विजय
प्राप्त
की
थी
?
अब
यह
प्रतियोगिता
क्यों
नहीं
होती
?
चैंपिंयंस
लीग
टी-20
क्रिकेट
2008
में
आइपीएल
की
अपार
सफलता
ने
भारतीय
क्रिकेट
कंट्रोल
बोर्ड
को
जोश
से
भर
दिया
था।
तब
बीसीसीआइ
में
नये
प्रयोगों
का
दौर
चल
रहा
था।
बोर्ड
के
अधिकारी
इससे
मिलती
जुलती
एक
ऐसी
अंतर्राष्ट्रीय
प्रतियोगिता
आयोजित
करना
चाहते
थे
जिससे
मनोरंजन
के
साथ-साथ
पैसे
की
भी
बरसात
हो।
नये
प्रारूप
की
रूपरेखा
बनने
लगी।
2009
में
बीसीसीआइ,
क्रिकेट
ऑस्ट्रेलिया
और
क्रिकेट
दक्षिण
अफ्रीका
ने
संयुक्त
रूप
से
चैंपियंस
लीग
टी-20
क्रिकेट
प्रतियोगिता
शुरू
करने
का
फैसला
लिया।
इसमें
8
टेस्ट
खेलने
वाले
देशों
में
घरेलू
स्तर
पर
जो
टी-20
प्रतियोगिता
होती
थी
उसकी
श्रेष्ठ
टीमों
को
आमंत्रित
किया
गया।
यह
एक
तरह
से
अंतर्राष्ट्रीय
क्रिकेट
क्लब
प्रतियोगिता
थी।
IPL
2023:
छक्का
मारने
में
माहिर
राणा
क्या
KKR
की
कश्ती
पार
लगा
पाएंगे
?
घाटा
और
नुकसान
से
बंद
इस
प्रतियोगिता
की
50
फीसदी
हिस्सेदारी
बीसीसीआइ
के
पास
थी।
लेकिन
यह
प्रतियोगिता
आइपीएल
के
मुकाबले
एकदम
फीकी
रही।
दर्शकों
का
टोटा
पड़
गया
तो
प्रायोजकों
ने
प्रतियोगिता
से
हाथ
खींच
लिये।
लगातार
नुकसान
के
कारण
2015
में
चैंपियंस
लीग
टी-20
क्रिकेट
को
बंद
कर
दिया
गया।
ये
प्रतियोगिता
तो
बंद
हो
गयी
लेकिन
इससे
एक
फायदा
ये
मिला
था
कि
आइपीएल
की
टॉप
टीमों
को
अंतर्राष्ट्रीय
क्लबों
के
साथ
होड़
करने
का
मौका
मिला
था।
2011
में
मुम्बई
इंडियंस
ने
चैंपिंयंस
लीग
टी-20
क्रिकेट
प्रतियोगिता
जीती
थी।
हैरानी
की
बात
ये
है
कि
तब
तक
वह
आइपीएल
का
खिताब
भी
नहीं
जीत
पायी
थी।
2011
का
IPL
2011
के
आइपीएल
में
चार
टीमें
प्लेऑफ
में
पहुंची
थीं,
चेन्नई
सुपरकिंग्स,
रॉयल
चैलेंजर्स
बैंगलोर,
मुम्बई
इंडियंस
और
कोलकाता
नाइट
राइडर्स।
फाइनल
में
चेन्नई
ने
बैंगलोर
को
58
रनों
से
हराया
था।
इसके
बाद
अक्टूबर
2011
में
चैंपिंयंस
लीग
टी-20
क्रिकेट
का
आयोजन
हुआ
था।
इस
प्रतियोगिता
में
आइपीएल
की
तीन
टॉप
टीमें-चेन्नई,
बैंगलोर
और
मुम्बई
को
खेलने
का
मौका
मिला।
कोलकाता
नाइट
राइडर्स
की
टीम
क्वालिफायर
खेलने
के
बाद
इसमें
शामिल
हुई
थी।
इसके
अलावा
ऑस्ट्रेलिया
की
साउदर्न
रेडबैक्स,
न्यूसाउथवेल्स
ब्लू,
दक्षिण
अफ्रीका
की
वारियर्स
और
केप
कोबरा,
इंग्लैंड
की
समरसेट
और
कैरिबियन
द्वीप
से
त्रिनिदाद
और
टौबेगो
की
टीम
भी
इस
प्रतियोगिता
में
शामिल
हुई
थी।
IPL
की
तीसरे
नम्बर
की
टीम
बनी
चैंपियन
आंकड़ों
के
हिसाब
से
देखा
जाय
तो
उस
समय
चेन्नई
सुपर
किंग्स
विजेता
होने
के
कारण
आपीएल
की
सबसे
मजबूत
टीम
थी।
बैंगलोर
की
टीम
उपविजेता
थी।
बैंगलोर
ने
दूसरे
क्वालिफायर
में
मुम्बई
को
हरा
दिया
था।
इस
लिहाज
से
मुम्बई
की
टीम
तीसरे
नम्बर
पर
थी।
लेकिन
मुम्बई
ने
सबको
चौंकाते
हुए
चैंपिंयंस
लीग
टी-20
क्रिकेट
प्रतियोगिता
जीत
ली
थी।
फाइनल
में
पहुंचने
से
पहले
मुम्बई
ने
चेन्नई,
त्रिनिदाद
और
टोबैगो,
केप
कोबरा,
न्यू
साउथ
वेल्स
ब्लू
की
टीम
को
हराया
था।
सेमीफाइनल
में
मुम्बई
ने
इंग्लैंड
की
समरसेट
टीम
को
हरा
कर
फाइनल
में
जगह
पक्की
की
थी।
दूसरे
सेमीफाइनल
में
बैंगलोर
ने
ऑस्ट्रेलिया
की
न्यू
साउथ
वेल्स
ब्लू
को
हराया
था।
फाइनल
मुकाबला
2011
में
मुम्बई
के
कप्तान
हरभजन
सिंह
थे
।
सचिन
तेंदुलकर
ने
कप्तानी
से
विश्राम
ले
लिया
था।
उनके
सुझाव
पर
ही
हरभजन
को
ये
जिम्मेदारी
मिली
थी।
रॉयल
चैलेंजर्स
बैंगलोर
के
कप्तान
डेनियल
विटोरी
थे।
फाइनल
में
मुम्बई
इंडियंस
और
रॉयल
चैलेंडर्स
बैंगलोर
के
बीच
मुकाबला
हुआ
था।
मुम्बई
ने
पहले
खेलते
हुए
20
ओवर
में
सिर्फ
139
रन
बनाये।
मुम्बई
की
तरफ
से
जेम्स
फ्रैंकलिन
ने
41,
अंबाती
रायडू
ने
22,
सूर्य
कुमार
यादव
ने
24
और
लसिथ
मलिंगा
ने
16
रन
बनाये
थे।
बैंगलोर
की
तरफ
से
कर्नाटक
के
अनकैप
बॉलर
राजू
भटकल
ने
3
विकेट
लिये
थे
और
डेनियल
विटोरी
को
2
विकेट
मिले
थे।
मुम्बई
ने
करिश्माई
बॉलिंग
से
मैच
जीता
यह
एक
लो
स्कोरिंग
मैच
था
जिसे
मुम्बई
ने
अपनी
लाजवाब
बॉलिंग
से
जीत
लिया
था।
उस
समय
मुम्बई
के
फास्ट
बॉलर
श्रीलंका
के
लसिथा
मलिंग
और
असम
के
अबु
नेचिम
थे।
कप्तान
हरभजन
सिंह
और
युजवेन्द्र
चहल
धारदार
स्पिनर
थे।
ऑलराउंडर
के
रूप
में
किरोन
पोलार्ड
भी
थे।
इनकी
बॉलिंग
के
आगे
बैंगलोर
की
टीम
बुरी
तरह
नाकाम
रही।
तिलकरत्ने
दिलाशन
27,
क्रिस
गेल
5,
विराट
कोहली
11,
मयंक
अग्रवाल
14,
सौरव
तिवारी
17,
मोहम्मद
कैफ
3
रन
ही
बना
सके।
19.2
ओवर
में
आरसीबी
की
पूरी
टीम
केवल
108
रनों
पर
ढेर
हो
गयी।
हरभजन
सिंह
ने
3
जब
कि
मलिंगा,
नेचिम
और
चहल
ने
2-2
विकेट
लिये।
एक
विकेट
पोलार्ड
को
मिला।
इस
तरह
मुम्बई
ने
31
रन
से
ये
फाइनल
जीत
लिया।
हरभजन
सिंह
मैन
ऑप
द
मैच
बने
थे।
इसके
बाद
2013
में
भी
मुम्बई
ने
चैंपियंस
लीग
टी-20
प्रतियोगिता
जीती
थी।
English summary
When and how did Mumbai Indians win the Champions League T20 tournament?
Source link