अजब गजब

2 करोड़ रुपये महीने कमाता है यह लड़का, 13 साल की उम्र में शुरू किया बिजनेस, दोगुनी कर दी हजारों लोगों की कमाई

हाइलाइट्स

तिलक की कंपनी 100 करोड़ रुपये के आंकड़े को भी पार कर चुकी है.
उनकी कंपनी ने हजारों लोगों की कमाई को भी दोगुना कर दिया.
उनकी कंपनी ने 2018 में मुंबई शहर के अंदर डिलीवरी कंपनी शुरू की.

नई दिल्‍ली. कहते हैं प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती. तिलक मेहता को देखकर यह बात सोलह आने सच साबित होती है. अगर आपसे कहें कि सिर्फ 13 साल के बच्‍चे ने एक आइडिया से 100 करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी तो शायद ही किसी को यकीन होगा. लेकिन, यह सच्‍चाई है और तिलक मेहता आज हर महीने 2 करोड़ रुपये से ज्‍यादा की कमाई कर रहे हैं.

मजेदार बात ये है कि तिलक मेहता ने यह कंपनी बिना ज्‍यादा पैसे निवेश किए ही शुरू की थी. उन्‍हें अपनी ही मुश्किलों से आइडिया आया और उसे आम लोगों की समस्‍या समझकर काम शुरू किया. धीरे-धीरे काम बढ़ता गया और आज तिलक की कंपनी 100 करोड़ रुपये के आंकड़े को भी पार कर चुकी है. इतना ही नहीं उनकी कंपनी ने हजारों लोगों की कमाई को भी दोगुना कर दिया. इसका मतलब है कि न सिर्फ खुद करोड़ों की कमाई कर रहे, बल्कि दूसरों की आमदानी भी बढ़ा रहे हैं.

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क्‍या काम करती है तिलक की कंपनी
तिलक ने 13 साल की उम्र में यानी 2018 में मुंबई शहर के अंदर डिलीवरी कंपनी शुरू की. तिलक ने पेपर एंड पार्सल (Paper n Parcels) नाम से कंपनी बनाई. चूंकि, उनके पास कंपनी को शुरू करने के लिए ज्‍यादा पूंजी नहीं थी, लिहाजा अपने पिता से कुछ पैसे लेकर मुंबई के डिब्‍बावालों को अपने साथ जोड़ा और करोड़ों का कारोबार खड़ा कर दिया.

कैसे आया इसका आइडिया
तिलक को यह आइडिया अपने साथ हुई एक घटना के बाद आया. दरअसल, तिलक एक बार अपने अंकल के घर गए और वापस लौटते समय अपनी बुक वहीं भूल गए. अगले दिन एग्‍जाम होने की वजह से उन्‍हें किताब उसी दिन चाहिए थी. दिक्‍कत यह रही कि कोई भी डिलीवरी कंपनी सेम डे उनकी किताब भेजने के लिए राजी नहीं थी. कुछ डिलीवरी कंपनियां राजी भी हुईं तो उन्‍होंने काफी ज्‍यादा पैसे मांग लिए. इसके बाद ही तिलक ने इस समस्‍या का हल निकालने के लिए Paper n Parcels का काम शुरू किया.

शुरू की सस्‍ती ऑनलाइन सर्विस
पैसे की कमी को देखते हुए तिलक मेहता ने एक नया आइडिया खोजा. उन्‍होंने मुंबई में टिफिन सर्विस कंपनी डिब्‍बावाले से संपर्क किया और उसके साथ मिलकर 2018 से ऑनलाइन काम शुरू किया. इस ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म से लोगों को बेहद सस्‍ती कीमत पर डिलीवरी सर्विस मिलने लगी. दरअसल, डिब्‍बावाले टिफिन पहुंचाने के साथ उनकी डिलीवरी भी करते थे. इससे उसी दिन लोगों तक डिलीवरी पहुंचने लगी और धीरे-धीरे बिजनेस भी काफी तेजी से बढ़ा.

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सैकड़ों नौकरी और हजारों रोजगार
Papers N Parcels ने अपनी स्‍थापना के बाद से अब तक करीब 200 कर्मचारियों को नौकरियां दी हैं, जबकि 5,000 से ज्‍यादा डिब्‍बावालों को अपने साथ जोड़ा है. इन डिब्‍बावालों की कमाई भी दोगुनी हो चुकी है, क्‍योंकि अब फूड डिलीवरी के साथ पार्सल का भी काम कर रहे हैं. कंपनी का राजस्‍व अब 100 करोड़ रुपये पहुंच गया है, जबकि तिलक की नेट वर्थ भी 65 करोड़ रुपये है. तिलक अब रोजाना करीब 7 लाख रुपये यानी हर महीने 2 करोड़ रुपये तक कमाई करते हैं. आज उनकी कंपनी रोजना करीब 1,200 डिलीवरी करती है.

Tags: Business news in hindi, Roadside Delivery, Success Story, Successful business leaders


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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